10 का दम, छोटे बैंक के रूप में दिखाएंगे दमखम, आपको कैसे होगा फायदा

देशभर में फाइनेंशियल इनक्लुजन को बढ़ावा देने और अबकी बैंकिंग, सबकी बैंकिंग मुहिम को तेज करने के लिए आरबीआई ने पिछले महीने 11 पेमेंट लाइसेंस की मंजूरी के बाद इस महीने 10 छोटे बैंक लाइसेंस की मंजूरी दी है। 10 में 8 माइक्रोफाइनेंस संस्थाएं हैं। छोटे बैंक के लिए आरबीआई को 72 अर्जियां मिली थी। इसमें से एक वाराणसी की माइक्रोफाइनेंस संस्था भी शामिल है।

छोटे बैंक लाइसेंस हासिल करने वाले 10 विजेता:
1-एयू फाइनेंशियर्स (इंडिया), जयपुर (Au Financiers (India), Jaipur)
2-कैपिटल लोकल एरिया बैंक, जालंधर (Capital Local Area Bank, Jalandhar)
3-दिशा माइक्रोफिन, अहमदाबाद (Disha Microfin, Ahmedabad)
4-इक्विटीतास होल्डिंग्स, चेन्नई (Equitas Holdings, Chennai)
5-ईएसएएफ माइक्रोफाइनेंस और इन्वेस्टमेंट, चेन्नई (ESAF Microfinance &
Investments, Chennai)
6-जनलक्ष्मी फाइनेंशियल सर्विसेस, बेंगलुरू (Janalakshmi Financial Services,
Bengaluru)
7- आरजीवीएन (नॉर्थ ईस्ट) माइक्रोफाइनेंस, गुवाहाटी (RGVN (North East)
Microfinance, Guwahati)
8- सूर्योदय माइक्रोफाइनेंस, नवी मुंबई (Suryoday Micro Finance, Navi Mumbai)
9-उज्जीवन फाइनेंशियल सर्विसेस, बेंगलुरू (Ujjivan Financial Services,
Bengaluru)
10-उतकर्ष माइक्रो फाइनेंस, वाराणसी (Utkarsh Micro Finance, Varanasi)

छोटे बैंकों की भूमिका:
-बैंकिंग से जुड़े सारे बेसिक काम मसलन, जमा राशि स्वीकार करना, लोन देना
-लोन के लिए छोटे और मंझोले कारोबारियों, छोटे किसान, माइक्रो और स्मॉल इंडस्ट्री,
असंगठित सेक्टर को प्राथमिकता देना
-प्रायोरिटी सेक्टर को कुल लोन का 75% लोन देना
-व्यक्तिगत कर्जदार के मामले में एक्सपोजर उसके कुल कैपिटल का 10%,जबकि
किसी ग्रुप को उसके कुल कैपिटल का 15%  से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
- म्युचुअल फंड प्रोडक्ट, इंश्योरेंस प्रोडक्ट और पेंशन प्रोडक्ट बेचने की मंजूरी
-गैर-बैंकिंग वित्तीय गतिविधियां चलाने के लिए सहयोगी कंपनी बनाने की
मंजूरी नहीं
-प्रमोटर की दूसरी वित्तीय या गैर-वित्तीय सेवाओं को छोटे बैंक के कामकाज
में नहीं मिलाना

इन संस्थाओं को छोटे बैंक के तौर पर अगले 18 महीने में ऑपरेशन शुरू करना है। अगर इसमें वो नाकाम रहते हैं तो उनका लाइसेंस रद्द कर दिया जाएगा। बिजनेस हाउस की मदद से चलने वाले कॉर्पोरेट हाउसेस और नॉन-बैंकिंग फाइनेंस कंपनी  (NBFC) छोटे बैंक की अर्जी के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। SKS माइक्रोफाइनेंस और दीवान हाउसिंग फाइनेंस को छोटे बैंक का लाइसेंस नहीं मिला।


बैंकिंग सेक्टर के लिए रघुराम राजन के तीन बड़े कदम: 
-2 अप्रैल 2014 को IDFC और बंधन को यूनिवर्सल बैंकिंग लाइसेंस देना
-19 अगस्त 2015 को 11 पेमेंट बैंक लाइसेंस देना
-16 सितंबर 2015 को 10 छोटे बैंक लाइसेंस देना


((पेमेंट बैंक से आपको क्या फायदा होगा
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/blog-post_21.html
((RBI: पेमेंट बैंक लाइसेंस किस-किस को मिला 
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2015/08/rbi_19.html

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