जेट के कर्मचारियों ने किंगफिशर एयरलाइन जैसे हश्र से बचने के लिए सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की

परिचालन बंद कर चुकी जेट एयरवेज के कर्मचारियों और अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को जेट एयरवेज का किंगफिशर जैसा हश्र होने से रोकने के लिए सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है।

किंगफिशर ने अक्टूबर 2012 में अस्थायी तौर पर परिचालन बंद किया था इसके बाद वह कभी उड़ान नहीं भर सकी। 

जेट एयरवेज ऑफिसर्स एंड स्टाफ एसोसिएशन के अध्यक्ष किरण पावस्कर ने आरोप लगाया कि जेट एयरवेज में हुई एक के बाद एक घटनाओं के पीछे कहीं से कुछ न कुछ " इरादे " दिखाई देते हैं। उन्होंने इस मामले की जांच करने की मांग की है। 

पावस्कर ने कहा , " कर्मचारियों के लिए स्थिति बहुत खराब है। आज 16,000 कर्मचारियों के पास काम नहीं है। मैंने प्रबंधन से जल्द से जल्द परिचालन फिर से शुरू करने का प्रयास करने के लिए कहा है। " 

एनसीपी सांसद पावस्कर ने कहा कि एयरलाइन से सेवाएं निलंबित करने से पहले कर्मचारियों का बकाया क्यों नहीं चुकाया। 

जेट एयरवेज के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विनय दुबे ने बुधवार को कहा था कि एयरलाइन के पास बिक्री की प्रक्रिया के दौरान अपने कर्मचारियों के भविष्य को लेकर फिलहाल कोई " जवाब " नहीं है। 

पावस्कर ने कहा , " कर्मचारी काम करने के लिए तैयार है। सभी कर्मचारी अपने काम में विशेषज्ञ हैं क्योंकि वह 25 साल से काम कर रहे हैं। हम कहीं भाग नहीं रहे हैं। हम यहीं रहेंगे। " 


साभार: पीटीआई भाषा)
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Rajanish Kant शुक्रवार, 19 अप्रैल 2019
कमजोर पड़ती आर्थिक वृद्धि दर के कारण की गई रेपो दर में कटौती: एमपीसी ब्योरा

घरेलू आर्थिक वृद्धि के कमजोर पड़ने के साथ वैश्विक स्तर पर आर्थिक सुस्ती ने भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास को नीतिगत ब्याज दर (रेपो दर) में 0.25 प्रतिशत कटौती के पक्ष में अपना मत देने के लिए प्रेरित किया। इस महीने के शुरू में हुई मौद्रिक नीति समिति की बैठक के ब्योरे में यह बात कही गई है। 

हालांकि , डिप्टी गवर्नर विरल आचार्य ने रेपो दर को पहले के स्तर पर बरकार रखने का पक्ष लिया था। उन्होंने आग्रह किया कि रेपो दर में कटौती करने के फैसले से पहले रिजर्व बैंक को अतिरिक्त आंकड़ों के लिए " कुछ समय और इंतजार " करना चाहिए। 

छह सदस्यीय समिति के एक और विशेषज्ञ सदस्य चेतन घाटे ने भी कटौती के विरोध में मतदान किया था। 

समिति के छह में से चार सदस्यों ने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती के पक्ष में मतदान किया था। 

मौद्रिक नीति समिति की चार अप्रैल को समाप्त हुई बैठक में रिजर्व बैंक ने मुद्रास्फीति में आई नरमी को देखते हुये लगातार दूसरी बार नीतिगत ब्याज दर में 0.25 प्रतिशत की कटौती करके इसे 6 प्रतिशत कर दिया था। इससे रेपो दर अब पिछले एक साल के निचले स्तर पर आ गयी है। 

हालांकि , मानसून को लेकर अनिश्चितता को देखते हुए रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति के रुख को तटस्थ बनाये रखा। 

ब्योरे के मुताबिक , दास ने कहा कि घरेलू आर्थिक वृद्धि के कमजोर पड़ने के साथ वैश्विक वृद्धि में सुस्ती भारत के निर्यात के लिए प्रमुख खतरा है। 

उन्होंने कहा कि मुख्य सूचकांक वृद्धि में और गिरावट का संकेत दे रहे हैँ। 

यात्री कारों की बिक्री और घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या में गिरावट , टिकाऊ एवं गैर - टिकाऊ उपभोग वस्तुओं का खराब प्रदर्शन तथा सोने और पेट्रोलियम को छोड़कर अन्य आयात में कमी निजी खपत में कमजोरी को दर्शाती है। 

दास ने कहा कि निवेश मांग में कमी और निर्यात में गिरावट निवेश गतिविधियों को प्रभावित कर सकती है। 

उन्होंने कहा , " मुद्रास्फीति का परिदृश्य नरम दिख रहा है और चालू वित्त वर्ष में खुदरा मुद्रास्फीति के लक्ष्य से नीचे रहने की उम्मीद है। इसे देखते हुए भारतीय अर्थव्यवस्था की निरंतर वृद्धि के लिए चुनौतियों का समाधान करना आवश्यक हो गया है। " 

समिति की बैठक के ब्यौरे के मुताबिक दास ने कहा, ‘‘ इसलिए मैंने रेपो दर में 0.25 प्रतिशत कटौती के पक्ष में मतदान किया।’’ 

बैठक में गवर्नर ने यह भी कहा कि रिजर्व बैंक आर्थिक वृद्धि और मुद्रास्फीति की उभरती स्थिति पर लगातार नजर रखेगा। उन्होंने कहा कि आरबीआई कानून में प्राप्त अधिकारों के दायरे में रहते हुये केन्द्रीय बैंक सही समय पर और निर्णायक रूप से कदम उठायेगा।

साभार: पीटीआई भाषा)
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Rajanish Kant
सरकार ने विमानन कंपनियों से कहा, बाजार बिगाड़ने वाला किराया वसूलने से बचें

नागर विमानन मंत्रालय ने टिकटों का दाम बढ़ने के बीच बृहस्पतिवार को विमानन कंपनियों को कीमतें किफायती रखने तथा बाजार बिगाड़ने वाले रवैये से बचने के लिये कहा।

नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला ने कहा कि विमानन कंपनियों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है।

मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को विमानन कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह कहा। कंपनियों से कहा गया है कि वह बाजार बिगाड़ू मूल्य गतिविधियों से बचें और विमान यात्रा टिकटों के दाम यात्रियों की पहुंच के दायरे में रखें। 

उल्लेखनीय है कि जेट एयरवेज की उड़ानें बंद होने से विमान किराये में तेजी देखने को मिल रही है।


(साभार: पीटीआई भाषा)
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Rajanish Kant
नियोजेन केमिकल्स का आईपीओ 24 अप्रैल को खुलेगा, जानें प्राइस बैंड
विशिष्ट रसायन बनाने वाली कंपनी नियोजेन केमिकल्स का आईपीओ 24 अप्रैल को खुलेगा और 26 अप्रैल को बंद होगा। इस आईपीओ की कीमत 212-215 रुपए प्रति शेयर तय की गई है।

इस आईपीओ के जरिये कंपनी 132.35 करोड़ रुपए जुटाएगी। इसके तहत बिक्री के लिए 70 करोड़ रुपए के ताजा शेयर जारी किए जाएंगे जबकि मौजूदा प्रोमोटर्स  हरिदास थकार्षि कनानी और बीना हरिदास कनानी के 29,00,000 शेयर ओएफएस के जरिये बेचे जाएंगे। 

ताजा शेयरों की बिक्री से मिले पैसों का इस्तेमाल कर्ज चुकाने में किया जाएगा।

>आईपीओ Vs एफपीओ  Vs ओएफएस;  IPO vs FPO Vs OFS 
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Rajanish Kant गुरुवार, 18 अप्रैल 2019
सेंसेक्स आज 135 अंक फिसला, निफ्टी 11750 के ऊपर निपटा
भारत समेत दूसरे एशियाई शेयर बाजारों में आज गिरावट देखी गई। सेंसेक्स 135.36 अंक फिसला, जबकि निफ्टी 11752   के स्तर पर निपटा। 


भारतीय शेयर बाजार में बढ़ने वाले दिग्गज शेयर रहे  Reliance Industries, Tata Motors, Asian Paints, TCS  और Hindustan Unilever, जबकि गिरने वाले दिग्गज शेयर रहे Yes Bank, VEDL, IndusInd Bank,HDFC Bank, SBI और Bharti Airtel। 


>भारतीय बाजारों का हाल:

>एशियाई बाजारों का हाल: 
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