प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'Innovation ही जीवन है', “चैंपियंस ऑफ़ चेंज” में युवा उद्यमियों को संबोधित किया
प्रधानमंत्री ने नीति आयोग द्वारा अयोजित “चैंपियंस ऑफ़ चेंज” पहल पर युवा उद्यमियों को संबोधित किया
प्रधानमंत्री ने नीति आयोग द्वारा प्रवासी भारतीय केन्द्र में “चैंपियंस ऑफ़ चेंज” पहल पर युवा उद्यमियों को संबोधित किया।

युवा उद्दमियों के 6 समूहों ने साफ्ट पावर - अतुल्य भारत 2.0, शिक्षा और दक्षता विकास, स्वास्थय और पोषाहार, सतत कल को ऊर्जावान बनाना, 2022 तक न्यू इंडिया जैसे विषयों पर प्रधानमंत्री के समक्ष प्रजेन्टेशन दी।

उधमियों द्वारा दिये गये प्रजेन्टेशन में प्रस्तुत नये विचारों और नवाचारों की प्रशंसा करते हुए कहा कि पिछले जमाने में बडे पैमाने पर लोगो की जरूरत सामाजिक पहल से पूरी हो जाती थी और समाज के प्रसिद्ध लोगों द्वारा इन आन्दोलनों का नेतृत्व किया जाता था।

प्रधानमंत्री ने कहा “चैम्पियन्स ऑफ़ चेंज पहल को राष्ट्र और समाज के लाभ के लिए भिन्न ताकतों को साथ लाने के प्रयास की एक पहल बताया। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस पहल को हर सम्भव ढंग से आगे बढाया और संस्थागत बनाया जाएगा।

यह भी कोशिश हो सकती है कि आज प्रेजेन्टेशन देने वाले समूहों को केन्द्र सरकार के संबंधित विभागों और मंत्रालयों के साथ संबध किया जाए।

उन्होंने पद्म पुरस्कार का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह अब तक समाज मे अनजान बने रहे हीरो को पहचान प्रदान करने के लिए प्रक्रियाओं को किस प्रकार दुरूस्त किया गया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार में वरिष्ठ अधिकारियों की टीम लोगों की बेहतरी के लिए नये उपाय और तौर तरीके खोजने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने संबंधित समूहों में अपने विचारों को जारी रखने के लिए उद्मियों को प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यदि वे ऐसा करते है तो इससे सुशासन के उद्देश्य को आगे बढाने में काफी मदद मिल सकती है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा अनेक छोटी पहलें की गयी है जिनके उल्लेखनीय परिणाम सामने आये हैं। उन्होंने कहा कि दस्तावेजों के स्वंय सत्यापन करने के माध्यम से आम आदमी पर विश्वास करना ऐसी ही एक पहल है। उन्होंने केन्द्र सरकार में समूह ग और ख के पदों के लिए Interview समाप्त किये जाने का भी उल्लेख किया।

श्री नरेन्द्र मोदी ने आज कहा कि हरेक कमी को दूर करने के लिए एक APP उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी और नवाचार को सुशासन का माध्यम बनाने के लिए उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था में संपोषण के लिए विकेन्द्रिकृत ढांचा महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में उन्होंने बदलाव लाने की प्रक्रिया में स्टार्ट-अप की भूमिका का उल्लेख किया।

प्रधानमंत्री ने समाज में अच्छे अध्यापकों के महत्व पर जोर डाला। उन्होंने कहा शिक्षा की गुणवत्ता में प्रौद्योगिकी बडी तेजी से सुधार ला सकती है।

प्रधानमंत्री ने उद्मियों को अपने कर्मचारियों के बीच सरकार की समाज कल्याण कारी योजनाओं को बढावा देने के लिए प्रोत्साहित किया।

उन्होंने इस बात पर जोर डाला कि करोड़ो सामान्य नागरिकों के प्रयासों के माध्यम से ही न्यू इंडिया का निर्माण हो सकता है।

इस अवसर पर अनेक केन्द्रीय मंत्री, नीति आयोग के उपाध्यक्ष श्री अरविंद पनगढिया और केन्द्र सरकार के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित थे। नीति आयोग के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री अमिताभ कांत द्वारा इस कार्यक्रम का समन्वय किया गया।

Rajanish Kant शुक्रवार, 18 अगस्त 2017
अमेरिकी शेयर बाजार गुरुवार को धड़ाम, डाओ जोंस 274 अंक फिसला, नैस्डेक ने 123 अंकों का गोता लगाया
अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजार गुरुवार को भारी गिरावट के साथ बंद हुए। जानकारों का मानना है कि बाजार ट्रंप की नीतियों के खुलासे का इंतजार कर रहा है, लेकिन अब तक ट्रंप अपने टैक्स रिफॉर्म जैसे वादों पर कुछ कर नहीं पाए हैं। इससे निवेशकों में मायूसी में है।

अमेरिका के डाओ जोंस ने 274.14 अंक, S&P 500 ने 38.10 अंक और नैस्डेक ने 123.19 अंकों का गोता लगाया। वहीं, ब्रिटेन के  FTSE 100 ने 45.16 अंक, जर्मनी के डैक्स ने 60.40 अंक और फ्रांस के कैक 40 ने 29.76 अंकों की गिरावट के साथ कारोबार किया।
((अमेरिकी शेयर बाजार बुधवार को बढ़े, डाओ जोंस 26 अंक और नैस्डेक 12 अंक मजबूत 

(अमेरिकी-यूरोपीय बाजारों का प्रदर्शन-(गुरुवार)

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Rajanish Kant
बैंक अब बचत खाते पर कम ब्याज दे रहे हैं Banks cut return on Savings Account


बैंक अब बचत खाते पर कम ब्याज दे रहे हैं Banks cut return on Savings Account

Rajanish Kant गुरुवार, 17 अगस्त 2017
HDFC बैंक ने अपने बचत खाताधारकों को दिया झटका, ब्याज की दरों में की कटौती
एसबीआई, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यस बैंक के बाद अब HDFC बैंक ने अपने बचत खाताधारकों को झटका दिया है। HDFC बैंक ने ₹50 लाख तक की रकम पर ब्याज दरों में आधे प्रतिशत की कटौती कर दी है। बैंक अब इतनी रकम की बचत पर 4 प्रतिशत सालाना के बदले 3.5 प्रतिशत सालाना ब्याज देगा। हालांकि ₹50 लाख से अधिक की रकम पर अभी भी सालाना 4 प्रतिशत ब्याज देना जारी रखेगा।

बैंक की नई दरें 19 अगस्त से लागू हो जाएंगी।

इससे पहले 31 जुलाई को देश के सबसे बड़े बैंक एसबीआई ने एक करोड़ रुपए के बचत जमा खाते पर सालाना ब्याज दर 4 प्रतिशत से आधे प्रतिशत घटाकर 3.5 प्रतिशत कर दिया था। इस महीने के शुरुआत में एक्सिस बैंक ने ₹50 लाख तक की बचत जमा रकम पर सालाना ब्याज 4 प्रतिशत से कम कर 3.5 प्रतिशत कर दिया था।
बैंक ऑफ बड़ौदा और कर्नाटका बैंक ने भी ₹50 लाख तक की बचत जमा रकम पर सालाना ब्याज 4 प्रतिशत के मुकाबले 3.5 प्रतिशत कर दिया है।

Rajanish Kant
जुलाई में विदेशी पर्यटक आगमन 7% बढ़ा
जुलाई, 2017 के दौरान विदेशी पर्यटकों के आगमन में वर्ष 2016 की समान अवधि के मुकाबले 7.4 प्रतिशत का इजाफा 
जुलाई, 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर विदेशी पर्यटकों के आगमन में मई, 2016 के मुकाबले 73.3 प्रतिशत की वृद्धि

पर्यटन मंत्रालय आप्रवासन ब्यूरो (बीओआई) से प्राप्त राष्ट्रीयता-वार एवं बंदरगाह-वार आंकड़ों के आधार पर विदेशी पर्यटकों के आगमन (एफटीए) के सा‍थ-साथ ई-पर्यटक वीजा पर विदेशी पर्यटकों के आगमन के मासिक अनुमानों का संकलन करता है।
जुलाई, 2017 के दौरान एफटीए और ई-पर्यटक वीजा पर एफटीए से जुड़ी खास बातें निम्नलिखित रहीं :
विदेशी पर्यटकों का आगमन (एफटीए) :
  • जुलाई, 2017 के दौरान एफटीए का आंकड़ा 7.88 लाख का रहा, जबकि जुलाई 2016  में यह 7.34 लाख और जुलाई 2015 में 6.28 लाख था।
  • जुलाई, 2016 की तुलना में जुलाई, 2017 के दौरान एफटीए की वृद्धि दर 7.4 प्रतिशत रही, जबकि जुलाई, 2015 की तुलना में जुलाई 2016 में वृद्धि दर 16.8 प्रतिशत रही थी।
  • जनवरी-जुलाई, 2017 के दौरान एफटीए का आंकड़ा 56.74 लाख का रहा, जो 15.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है। इसी तरह जनवरी-जुलाई, 2015 के मुकाबले जनवरी-जुलाई, 2016 में एफटीए 49.03 लाख था, जो9.6 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है।
  • शीर्ष15 स्रोत देशों में जुलाई, 2017के दौरान भारत में एफटीए में सर्वाधिक हिस्सा बांग्लादेश (20.12 प्रतिशत) का रहा। इसके बाद हिस्‍सा क्रमश: अमेरिका (16.26 प्रतिशत), ब्रिटेन (10.88%), फ्रांस (3.01 प्रतिशत), मलेशि‍या (2.81 प्रतिशत), कनाडा (66%), श्रीलंका (2.56%), चीन (2.32%), ओमान (2.27 प्रतिशत), जर्मनी (2.21 प्रतिशत), ऑस्ट्रेलिया (2.17%), जापान (2.10 %), नेपाल (1.84%) संयुक्त अरब अमीरात (1.82 प्रतिशत) और सिंगापुर (1.69%) का रहा।
  • शीर्ष15 पोर्टों में जुलाई, 2017के दौरान भारत में एफटीए में सर्वाधिक हिस्सा दिल्ली एयरपोर्ट (25.95 प्रतिशत) का रहा। इसके बाद हिस्सा क्रमशः मुंबई एयरपोर्ट (16.63%),  हरिदासपुर लैंड चेक पोस्ट (10.92 प्रतिशत), चेन्नई एयरपोर्ट (9.09%),  बेंगलुरू एयरपोर्ट (78%), कोच्चि एयरपोर्ट (5.39 प्रतिशत), हैदराबाद एयरपोर्ट (5.07 प्रतिशत), कोलकाता एयरपोर्ट (4.23%), गेडे रेल लैंड चेक पोस्‍ट (2.78%), त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट (1.81 प्रतिशत), अहमदाबाद एयरपोर्ट (1.72 प्रतिशत), घोजाडंगा लैंड चेक पोस्ट (1.54%), तिरुचिरापल्‍ली  एयरपोर्ट (1.37 प्रतिशत), अमृतसर एयरपोर्ट (0.97 प्रतिशत) तथा कालीकट एयरपोर्ट (0.73 प्रतिशत) का रहा।
ई-पर्यटक वीजा पर विदेशी पर्यटकों का आगमन (एफटीए)
  • जुलाई, 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 1.19 लाख पर्यटक आए, जबकि जुलाई, 2016 में यह संख्‍या 68 लाख थी। यह 73.3 प्रतिशत की वृद्ध‍ि‍ दर्शाता है।
  • जनवरी-जुलाई, 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर कुल मिलाकर 8.36 लाख पर्यटक आए, जबकि जनवरी-जुलाई, 2016 में यह संख्‍या 5.40 थी। यह 54.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्शाता है।
  • जुलाई, 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा सुविधाओं का लाभ उठाने वाले शीर्ष 15 स्रोत देशों की हिस्‍सेदारी कुछ इस तरह रही :
ब्रिटेन (12.9%), अमेरिका (12.0%), संयुक्त अरब अमीरात (7.2%), फ्रांस (6.4%), ओमान (6.1%), चीन (5.4%), स्पेन (4.3%), कोरिया गणराज्‍य (3.9%), जर्मनी (3.1%), ऑस्ट्रेलिया (3.1%), कनाडा (3.1%), इटली (2.4%), सिंगापुर (2.3%), नीदरलैंड (2.2%) तथा थाईलैंड (1.8%)।
जुलाई, 2017 के दौरान ई-पर्यटक वीजा पर पर्यटक आगमन में शीर्ष 15 पोर्टों की हिस्‍सेदारी कुछ इस तरह रही :
नई दिल्ली हवाई अड्डा (41.0%), मुंबई एयरपोर्ट (20.6%), चेन्नई एयरपोर्ट (9.5%), बेंगलुरू एयरपोर्ट (7.8%), कोच्चि हवाई अड्डा (6.6%), हैदराबाद हवाई अड्डा (5.1%), कोलकाता हवाई अड्डा (2.2%), अहमदाबाद हवाई अड्डा (1.4%), तिरुवनंतपुरम हवाई अड्डा (1.4%), कालीकट हवाई अड्डा (1.2%), अमृतसर हवाई अड्डा (1.1%), त्रिची एयरपोर्ट (0.8%), डाबोलिम (गोवा) हवाई अड्डा (0.4%), जयपुर एयरपोर्ट (0.3%), और पुणे हवाई अड्डा (0.3%)।
(Source: pib.nic.in)


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Rajanish Kant
कमाल हो गया...देश में खाने के अनाज का रिकॉर्ड उत्पादन होगा, सरकार ने कहा
कुल खाद्यान उत्‍पादन 275.68 मीलियन टन होने का अनुमान है जो एक रिकॉर्ड उत्‍पादन है
चावल का 110.15 मिलियन टन रिकॉर्ड उत्‍पादन होने का अनुमान
गेंहू का भी 98.38 मिलियन टन रिकॉर्ड उत्‍पादन होने का अनुमान
मोटे अनाजों का 44.19 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्‍तर पर उत्‍पादन होने का अनुमान
दालों का उत्‍पादन 22.95 मिलियन टन होने का अनुमान
तिलहन उत्‍पादन 32.10 मिलियन टन होने का अनुमान
कपास का उत्‍पादन 33.09 मिलियन गांठे होने का अनुमान
गन्‍ने का उत्‍पादन 306.72 मिलियन टन होने का अनुमान
वर्ष 2016-17 के लिए प्रमुख फसलों के उत्‍पादन के चौथे अग्रिम  अनुमान जारी


कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्‍याण विभाग द्वारा 2016-17 के लिए मुख्‍य फसलों के उत्‍पादन के चौथे अग्रिम अनुमान 16 अगस्‍त, 2017 को जारी किए गये हैं। विभिन्‍न फसलों के उत्‍पादन के अनुमान राज्‍यों से प्राप्‍त निर्विष्टियों पर आधारित हैं और अन्‍य स्रोतों से उपलब्‍ध सूचना से उसका सत्‍यापन किया गया है। वर्ष 2003-04 से आगे के वर्षों के तुलनात्‍मक अनुमानों की तुलना में 2016-17 के लिए चौथे अनुमानों के अनुसार विभिन्‍न फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा संलग्‍न है।
  1. चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, 2016-17 के दौरान मुख्‍य फसलों के अनुमानित उत्‍पादन का ब्‍यौरा इस प्रकार है :
  • खाद्यान्‍न – 275.68 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • चावल – 110.15 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • गेहूं – 98.38 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • मोटे अनाज – 44.19 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • मक्‍का – 26.26 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • दलहन – 22.95 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • चना – 9.33 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • तूर – 4.78 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
  • उड़द – 2.80 मिलियन टन (रिकॉर्ड)
तिलहन 32.10 मिलियन टन
  • सोयाबीन – 13.79 मिलियन टन
  • मूगफली – 7.56 मिलियन टन
  • रेपसीड एवं सरसों – 7.98 मिलियन टन
  • अरंडी बीज – 1.42 मिलियन टन
((कमोडिटी में ट्रेडिंग करना चाहते हैं, पहले जान लीजिए कुछ खास बातें 
((आप अगर कमोडिटीज डेरिवेटिव्ज ट्रेनर्स बनना चाहते हैं, तो सेबी के इन नियमों का पालन करें  
(सेबी ने कमोडिटी फ्यूचर्स में ऑप्शंस ट्रेडिंग के संबंध में गाइडलाइंस जारी की, जानिए इसके फायदे 
(सेबी इन्वेस्टर सर्वे 2015: निवेशक कहां जल्दी से कैश (तरलता) की उम्मीद करते हैं-म्युचुअल फंड्स, इक्विटीज, डिबेंचर्स, कमोडिटी फ्यूचर्स, डेरिवेटिव्स?
(सेबी इन्वेस्टर सर्वे 2015: निवेशक कहां ज्यादा रिटर्न की उम्मीद करते हैं-कमोडिटी फ्यूचर्स, डेरिवेटिव्स, डिबेंचर्स,  इक्विटीज या  म्युचुअल फंड्स ?
(सेबी इन्वेस्टर सर्वे 2015: बॉन्ड्स, इक्विटीज, म्युचुअल फंड्स में से किसको सबसे ज्यादा सुरक्षित मानते हैं निवेशक ?

कपास – 33.09 मिलियन गांठे (प्रति 170 कि.ग्रा. की)
गन्‍ना – 306.72 मिलियन टन
  1. मानसून 2016 के दौरान अच्‍छी वर्षा एवं सरकार द्वारा की गई विभिन्‍न नीतिगत पहलों के परिणामस्‍वरूप, मौजूदा वर्ष में रिकार्ड खाद्यान्‍न उत्‍पादन हुआ है। 2016-17 के लिए चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार, देश में कुल खाद्यान्‍न उत्‍पादन 275.68 मिलियन टन तक अनुमानित है जो 2013-14 के दौरान प्राप्‍त विगत 265.04 मिलियन टन रिकॉर्ड खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में 10.64 मिलियन टन (4.01 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्‍पादन विगत पांच वर्षों (2011-12 से 2015-16) के औसत खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में भी 18.67 मिलियन टन (7.27 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्‍पादन विगत वर्ष के खाद्यान्‍न उत्‍पादन की तुलना में उल्‍लेखनीय रूप से 24.12 मिलियन टन (9.59 प्रतिशत) अधिक है।
  2. चावल का कुल उत्‍पादन 110.15 मिलियन टन अनुमानित है, जो एक नया रिकार्ड भी है। इस वर्ष चावल का उत्‍पादन 2013-14 के दौरान प्राप्‍त विगत 106.65 मिलियन टन रिकार्ड उत्‍पादन की तुलना में 3.50 मिलियन टन (3.28 प्रतिशत) अधिक है। यह पांच वर्षों के 105.42 मिलियन टन औसत उत्पादन की तुलना में भी 4.74 मिलियन टन (4.49 प्रतिशत) अधिक है। चावल के उत्पादन में 2015-16 के दौरान 104.41 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में उल्लेखनीय रूप से 5.74 मिलियन टन (5.50 प्रतिशत) की वृद्धि हुई है।
  3. गेहूं का उत्पादन 98.38 मिलियन टन अनुमानित है, जो एक रिकार्ड भी है। इस वर्ष गेहूं का उत्पादन 2013-14 के दौरान प्राप्त 95.85 मिलियन टन विगत रिकार्ड उत्पादन की तुलना में 2.64 प्रतिशत अधिक है। 2016-17 के दौरान गेहूं का उत्पादन भी औसत गेहूं उत्पादन की तुलना में 5.77 मिलियन टन (6.23 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्पादन 2015-16 के दौरान प्राप्त 92.29 मिलियन टन गेहूं उत्पादन की तुलना में 6.10 मिलियन टन (6.61 प्रतिशत) अधिक है।
  4. मोटे अनाजों का उत्पादन जो 44.19 मिलियन टन के एक नए रिकार्ड स्तर पर अनुमानित है, औसत उत्पादन की तुलना में 2.85 मिलियन टन (6.88 प्रतिशत) अधिक है। यह 2010-11 के दौरान प्राप्त 43.40 मिलियन टन के विगत रिकार्ड उत्पादन की तुलना में 0.79 मिलियन टन (1.82 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्पादन 2015-16 के दौरान प्राप्त 38.52 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में भी 5.67 मिलियन टन (14.72 प्रतिशत अधिक है।
  5. सभी मुख्य दलहनों के क्षेत्रीय कवरेज एवं उत्पादकता में उल्लेखनीय वृद्धि के परिणामस्वरूप, 2016-17 के दौरान दलहनों का कुल उत्पादन 22.95 मिलियन टन अनुमानित है जो 2013-14 के दौरान प्राप्त 19.25 मिलियन टन विगत रिकार्ड उत्पादन की तुलना में 3.70 मिलियन टन (19.22 प्रतिशत) अधिक है। 2016-17 के दौरान दलहनों का उत्पादन पांच वर्षों के औसत उत्पादन की तुलना में भी 5.32 मिलियन टन (30.16 प्रतिशत) अधिक है। मौजूदा वर्ष का उत्पादन विगत वर्ष के 16.35 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 6.61 मिलियन टन (40.41 प्रतिशत) अधिक है।
  6. विगत वर्ष की तुलना में 6.85 मिलियन टन (27.11 प्रतिशत) की वृद्धि के साथ, देश में कुल तिलहन का उत्पादन 32.10 मिलियन टन अनुमानित है। 2016-17 के दौरान तिलहन का उत्पादन पांच वर्षों के औसत तिलहन उत्पादन की तुलना में भी 2.84 मिलियन टन (9.72 प्रतिशत) अधिक है।
  7. गन्ने का उत्पादन 306.72 मिलियन टन तक अनुमानित है जो विगत वर्ष के 348.45 मिलियन टन उत्पादन की तुलना में 41.73 मिलियन टन (-11.98 प्रतिशत) कम है।
  8. 2016-17 के दौरान कम क्षेत्रीय कवरेज के बावजूद, कपास की उच्चतक उत्पादकता के परिणामस्वरूप, 2015-16 के दौरान 30.01 मिलियन गांठों की तुलना में बढ़कर 33.09 मिलियन गांठ (प्रति 170 कि.ग्रा.) का उत्पादन हुआ अर्थात् 10.29 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
  9. पटसन एवं मेस्टा का अनुमानित उत्पादन 10.60 मिलियन गांठों (प्रति 180 कि.ग्रा. की) विगत वर्ष के दौरान 10.52 मिलियन गांठों के उत्पादन की तुलना में मामूली अधिक (0.73 प्रतिशत है। (Source:pib.nic.in)

Rajanish Kant
आज (17 अगस्त) के नतीजे: डिश टीवी
आज डिश टीवी समेत इन कंपनियों के इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही के नतीजे पर नजर रहेगी।
Security CodeSecurity NameResult Date
506767ALKYLAMINE17 Aug 2017
523694APCOTEXIND17 Aug 2017
526977CRIMSON17 Aug 2017
532839DISHTV17 Aug 2017
526783DRAGARWQ17 Aug 2017
540596ERIS17 Aug 2017
504269KHAITANELE17 Aug 2017
504058NIPPOBATRY17 Aug 2017
513519PITTILAM17 Aug 2017
500346PUNJCOMMU17 Aug 2017
505817REILELEC17 Aug 2017
531548SOMANYCERA17 Aug 2017
530821SSPDL17 Aug 2017
538987TALBROSENG17 Aug 2017
532398UMESLTD17 Aug 2017
524394VIMTALABS17 Aug 2017
Source: bseindia.com
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