US डॉलर के मुकाबले रुपए की कीमत (22 जून)($1=₹ 64.4950)
अमेरिकी डॉलर के लिए भारतीय रिज़र्व बैंक की संदर्भ दर
भारतीय रिज़र्व बैंक की दिनांक 22 जून 2017 को अमेरिकी डॉलर के लिए संदर्भ दर  64.4950 है। पिछले दिन (21 जून 2017) के लिए समतुल्‍य दर  64.6025 थी।
अमेरिकी डॉलर के लिए संदर्भ दर और पारस्‍परिक मुद्रा-दरों की मध्‍य दरों के आधार पर रुपये के लिए यूरो, ग्रेट ब्रिटेन पाउंड और जापानी येन की विनिमय दरें इस प्रकार हैं:

मुद्रातारीख
21 जून 201722 जून 2017
1 यूरो71.941372.0732
1 ग्रेट ब्रिटेन पाउंड81.534881.7990
100 जापानी येन58.0758.05
टिप्‍पणी : एसडीआर- रुपया दर संदर्भ दर पर आधारित होगी।
Source: rbi.org.in




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Rajanish Kant गुरुवार, 22 जून 2017
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अभी तक आपने डीमैट अकाउंट नहीं खोला है, जानिए इसके लिए कहां जाना पड़ेगा

Rajanish Kant
आपातकालीन फंड (Emergency Fund) बनाते समय क्या करें, क्या ना करें और कब करें इस्तेमाल
आप तो जानते ही हैं कि हर इंसान के लिए आपातकालीन फंड (Emergency Fund) कितना जरूरी है। ऐसा इसलिए कि जिंदगी में सबकुछ हमारी योजना के मुताबिक नहीं होता है। कई बार अचानक ऐसा काम पड़ जाता है, जिसे टाला नहीं जा सकता है और उसके लिए अतिरिक्त पैसों की जरूरत पड़ती है। मसलन, कोई हादसा होना, कोई गंभीर बीमारी होना या फिर अचानक नौकरी चली जाना बगैरह। कुछ लोग कह सकते हैं कि ऐसे 
मौकों पर अपने दोस्त, रिश्तेदार से मदद ले लेंगे या फिर कहीं से लोन लेंगे या फिर घर में रखे सोना या प्रॉपर्टी गिरवी रख देंगे, बगैरह-बगैरह। जरा सोचिए, अगर समय पर इन जगहों से आपको मदद ना मिल पाए, तो फिर क्या होगा। 
((वित्तीय लक्ष्य क्या होते हैं What are Financial Goals
तो, क्यों ना, हम पहले से ही इसकी तैयारी कर लें, ताकि समय पड़ने पर किसी की मदद ना लेना पड़े। आप सोच रहे होंगे कि ये सब होगा कैसे। तो, काम एकदम आसान है। ऐसे कामों के लिए आपातकालीन फंड बना लीजिए, जिसे इमर्जेंसी फंड या Contingency Fund (कन्टिन्जन्सी फन्ड-आकस्मिकता निधि) भी कहते हैं। लेकिन, ध्यान रहे इस फंड को आपात स्थिति में इस्तेमाल करना चाहिए। 
>आपातकालीन फंड (Emergency Fund): कुछ ध्यान देने योग्य बातें-
- सबसे जरूरी वित्तीय लक्ष्य ( Financial Goal) होने के बावजूद काफी कम लोग इसको लेकर गंभीर होते हैं
-इसके तहत अक्सर 3-6 महीने का खर्च के बराबर का फंड बनाया जाता है
-इतनी रकम घर में रखने के बजाय ऐसी जगहों में निवेश करते हैं, जहां आपका पैसा सुरक्षित रहे, उस पर ब्याज या रिटर्न भी मिलता रहे, और जब जरूरत हो तब आप उसे जितनी जल्दी हो सके आप निकाल (Withdraw/Redeem) भी कर सकते हैं
-जानकार इस फंड के लिए बैंक एफडी या अच्छे फंड हाउस की किसी अच्छी लिक्विड फंड या अल्ट्रा शॉर्ट टर्म फंड स्कीम में पैसे  लगाने की सलाह देते हैं
-इस फंड का इमर्जेंसी में ही इस्तेमाल करना चाहिए, रोजमर्रा के कामों के लिए नहीं
>आपातकालीन फंड (Emergency Fund): कब इस्तेमाल करना चाहिए-
-जब कोई काम नियमित आय से पूरा हो रहा है, तो इस फंड का इस्तेमाल करें 
-मेडिकल इमर्जेंसी में इस फंड का इस्तेमाल कर सकते हैं 
-कारोबार में नुकसान होने या फिर नौकरी चली जाने की स्थिति में कुछ समय के लिए 
इसका इस्तेमाल कर सकते हैं
-ऐसी स्थिति में इमर्जेंसी फंड के रहने से आप नियमित खर्चों में कटौती किए बिना अपना 
फाइनेंशियल सफर सुहाना रख सकते हैं 
-आम तौर पर नियमित निवेश लंबी अवधि के वित्तीय लक्ष्य मसलन, बच्चों की पढ़ाई-लिखाई, 
रिटायरमेंट फंड के लिए होना चाहिए
-इमर्जेंसी फंड के तौर पर लिक्विड फंड को कम टैक्स, बिना जुर्माने के किसी भी समय निकासी 
(Withdrawal)की वजह से इस तरह के दूसरे निवेश साधनों के मुकाबले बेहतर माना जाता है। 
-छोटी अवधि में ब्याज दरों में उतार-चढ़ाव से शायद ही कभी ऐसे फंड के रिटर्न पर असर पड़ता हो
>आपातकालीन फंड (Emergency Fund): क्या करें, क्या ना करें...
-आपातकालीन फंड बनाते समय इक्विटी फंड में निवेश ना करें
-बुजुर्ग के लिए जिनका मेडिकल इंश्योरेंस नहीं है, उनके लिए ज्यादा पैसों का फंड बनाना चाहिए
-युवा व्यक्ति, जिनके पास नियमित आय का साधन और मेडिकल इंश्योरेंस हो, वो रोजमर्रा के काम 
के लिए आपातकालीन फंड का इस्तेमाल कर सकते हैं, लेकिन कभी-कभी। 
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(ब्लॉग एक, फायदे अनेक


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