यूनीलीवर 2030 तक सफाई उत्पादों में जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल बंद करेगा

उपभोक्ता वस्तुएं बनाने वाली प्रमुख कंपनी यूनीलीवर ने कहा है कि वह एक अरब यूरो की ‘स्वच्छ भविष्य निवेश पहल’ के तहत 2030 तक स्वच्छता एवं धुलाई उत्पादों में जीवाश्म ईंधन आधारित रसायनों का इस्तेमाल बंद कर देगी।

यूनीलीवर ने कहा कि वह अपने सफाई एवं धुलाई उत्पादों में कार्बन आधारित जीवाश्म ईंधन का इस्तेमाल पूरी तरह बंद कर देगी और उसकी जगह नवीकरणीय कार्बन का उपयोग करेगी।

कंपनी की इस पहले से सर्फ, सनलाइट, विम और डोमेक्स जैसे वैश्विक सफाई और कपड़े धोने के ब्रांडों में बदलाव आएगा।

इस निवेश के जरिए ऐसे उत्पाद विकसित किए जाएंगे जिनके लिए कम पानी की जरूरत हो और जो प्राकृतिक रूप से नष्ट हो जाएं। इसके साथ ही कंपनी 2025 तक नई प्लास्टिक के इस्तेमाल को घटाकर आधा करेगी।

(साभार-पीटीआई भाषा)






 

Rajanish Kant बुधवार, 2 सितंबर 2020
ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था 28 वर्षों में पहली बार मंदी की चपेट में

ऑस्ट्रेलिया की अर्थव्यवस्था को कोरोना वायरस महामारी के कारण तगड़ा झटका झेलना पड़ा है और बुधवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक देश पिछले 28 सालों में पहली बार मंदी की सामना कर रहा है।


ताजा राष्ट्रीय खातों के मुताबिक जून तिमाही में अर्थव्यवस्था सात प्रतिशत घट गई, जो 1959 में इन आंकड़ों की शुरुआत के बाद से सबसे कम है।

इससे पहले जून 1974 में अर्थव्यवस्था में दो प्रतिशत गिरावट हुई थी।

(साभार-पीटीआई भाषा)






Rajanish Kant
टाटा मोटर्स ने नेक्सन का नया संस्करण पेश किया, कीमत 8.36 लाख से शुरू
टाटा मोटर्स ने बुधवार को अपनी कॉम्पैक्ट एसयूवी नेक्सन का नया संस्करण पेश किया, जिसकी दिल्ली में शो रूम कीमत 8.36 लाख से शुरू है।

टाटा मोटर्स ने एक विज्ञप्ति में कहा कि नेक्सन का नया संस्करण एक्सएम (ए) पेट्रोल और डीजल दोनों संस्करणों में उपलब्ध है। इसमें दो ट्रांसमिशन विकल्प हैं- मैनुअल और ऑटोमेटेड मैनुअल ट्रांसमिशन (एएमटी)।

टाटा मोटर्स की यात्री वाहन कारोबार इकाई के विपणन प्रमुख विवेक श्रीवत्स ने कहा, ‘‘हम अपनी प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए नेक्सन एक्सएम (एस) की पेशकश की घोषणा करने को तैयार हैं। यह एक ऐसा उत्पाद है, जो हमारे ग्राहकों को एक शानदार मूल्य पर इलेक्ट्रिक सनरूफ जैसे बेहतरीन फीचर्स दे रहा है।’’

 (साभार-पीटीआई भाषा)






Rajanish Kant
गौतम अडाणी ने कहा, हवाई अड्डों से समूह के कारोबार को रणनीतिक बढ़त मिलेगी
अडाणी समूह के प्रमुख गौतम अडाणी ने बुधवार को कहा कि उनके समूह के मुंबई हवाई अड्डे की नियंत्रण हिस्सेदारी हासिल करने से छह हवाई अड्डों के उनके मौजूदा पोर्टफोलियो को बढ़ाने में मदद मिलेगी और समूह के अन्य व्यवसायों को रणनीतिक बढ़त मिलेगी।

अडाणी एटरप्राइजेज की सहायक इकाई अडाणी एयरपोर्ट ने मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (एमआईएएल) में जीवीके एयरपोर्ट डेवलपर्स लिमिटेड की 50.50 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने की इसी सप्ताह घोषणा की है।

अडाणी एयरपोर्ट ने मुंबई एयरपोर्ट में 74 प्रतिशत की नियंत्रक हिस्सेदारी हासिल करने की योजना तैयार कर रखी है। इसके लिए उसने एयरपोर्ट्स कंपनी ऑफ साउथ अफ्रीका (एसीएसए) और बिडवेस्ट की 23.5 प्रतिशत हिस्सेदारी भी खरीदेगी।

अडाणी ने एक बयान में कहा, ‘‘मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा पूरी तरह से विश्वस्तरीय है। छह हवाई अड्डों के हमारे मौजूदा पोर्टफोलियो में मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के शामिल होने से हमें एक महत्वपूर्ण मंच मिला है, जिससे हमें अपने अन्य थोक व्यवसायों के लिए रणनीतिक बढ़त मिलेगी।’’

एमआईएएल के पास नवी मुंबई एयरपोर्ट में 74 प्रतिशत हिस्सेदारी है।

उन्होंने कहा, ‘‘इस अधिग्रहण से हमें अपने ग्राहकों की सेवा करने और फुटकर तथा थोक व्यापार मॉडल को बढ़ाने में मदद मिलेगी।’’

अडाणी ने कहा कि मुंबई 21वीं सदी के शीर्ष पांच वैश्विक महानगरीय केंद्रों में एक बनने के लिए तैयार है और यह देश का शीर्ष हवाई अड्डा तथा मुख्य घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय केंद्र होगा।

(साभार-पीटीआई भाषा)






Rajanish Kant
मानसून सत्र: न प्रश्न काल होगा न गैर सरकारी विधेयक लाया जा सकेगा


संसद के आगामी मानसून सत्र में न तो प्रश्न काल होगा और न ही गैर सरकारी विधेयक लाए जा सकेंगे। कोरोना महामारी के इस दौर में पैदा हुई असाधारण परिस्थितियों के बीच होने जा रहे इस सत्र में शून्य काल को भी सीमित कर दिया गया है।

लोकसभा और राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक दोनों सदनों की कार्यवाही अलग-अलग पालियों में सुबह नौ बजे से एक बजे तक और तीन बजे से सात बजे तक चलेगी। शनिवार तथा रविवार को भी संसद की कार्यवाही जारी रहेगी।

संसद सत्र की शुरुआत 14 सितम्बर को होगी और इसका समापन एक अक्टूबर को प्रस्तावित है।

सिर्फ पहले दिन को छोड़कर राज्यसभा की कार्यवाही सुबह की पाली में चलेगी जबकि लोकसभा शाम की पाली में बैठेगी।

लोकसभा सचिवालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया, ‘‘सत्र के दौरान प्रश्न काल नहीं होगा। कोरोना महामारी के चलते पैदा हुई असाधारण परिस्थितयों को देखते हुए सरकार के आग्रह के मुताबिक लोकसभा अध्यक्ष ने निर्देश दिया है कि सत्र के दौरान गैर सरकारी विधेयकों के लिए कोई भी दिन तय न किया जाए।’’

ऐसी ही एक अधिसूचना राज्यसभा सचिवालय की ओर से जारी की गई है।

प्रश्नकाल की व्यवस्था को कार्यवाही से हटाए जाने का विरोध करते हुए तृणमूल कांग्रेस सांसद और राज्यसभा में पार्टी संसदीय दल के नेता डेरेक ओ’ब्रायन ने कहा कि इससे विपक्षी सांसद सरकार से सवाल पूछने के अपने हक को खो देंगे।

उन्होंने एक ट्वीट कर कहा, ‘‘महामारी लोकतंत्र की हत्या करने का बहाना बन गयी है।’’

उन्होंने कहा कि पूर्व में प्रश्नकाल तभी नहीं हुआ है जब सत्र विशेष उद्देश्यों के लिए बुलाए गए थे जबकि आगामी सत्र तो नियमित सत्र का हिस्सा है।

लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने पिछले हफ्ते लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि संसद सत्र में सदस्यों के प्रश्न पूछने और मुद्दे उठाने के अधिकार में कटौती नहीं की जाए। कटौती करना जन प्रतिनिधियों के हित में नहीं होगा।

इस बीच सूत्रों से पता चला है कि सरकार ने विपक्ष के नेताओं से संपर्क कर प्रश्नकाल न लिए जाने की मजबूरियों से अवगत कराया। उनका कहना है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद, अधीर रंजन चौधरी, बीजू जनता दल के पिनाकी मिश्रा और ओ’ब्रयान सहित विपक्ष के कई अन्य नेताओं से फोन पर चर्चा की।

गौरतलब है कि लोकसभा में प्रश्नकाल सुबह 11 बजे से 12 बजे के बीच होता है जिसमें सदस्य मंत्रियों से संबंधित विभागों से जुड़े प्रश्न पूछते हैं। इसके बाद शून्यकाल होता है जिसमें सदस्य अपने क्षेत्र अथवा जनहित के दूसरे मुद्दे उठाते हैं।

संसद के ऐसे सदस्य जो केंद्रीय मंत्रिपरिषद के सदस्य नहीं हैं, उन्हें संसद का गैर सरकारी सदस्य कहा जाता है। इन सदस्यों द्वारा पेश किये जाने वाले विधेयक को गैर सरकारी विधेयक कहते हैं। संसद के दोनों सदनों में शुक्रवार के दिन अपराह्न के बाद का समय गैर सरकारी सदस्यों के लिए तय रहता है।

(साभार-पीटीआई भाषा)






Rajanish Kant
जुलाई में उद्योगों द्वारा बैंक से लोन लेने की दर में कमी-RBI


बैंक ऋण का क्षेत्रवार विनियोजन - जुलाई 2020

बैंक ऋण के क्षेत्रवार विनियोजन पर चयनित 33 अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों से जुलाई 2020 माह के एकत्र आंकड़े जो सभी अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों द्वारा विनियोजित कुल गैर-खाद्य ऋण में लगभग 90 प्रतिशत का हिस्सा रखते हैं, विवरण-। और विवरण-।। में दिए गए हैं।

बैंक ऋण के क्षेत्रवार विनियोजन के आंकड़ों के मुख्य अंश निम्नानुसार हैं :

  • वर्ष-दर-वर्ष (वाई-ओ-वाई) आधार पर, गैर-खाद्य बैंक ऋण वृद्धि जुलाई 2020 में 6.7 प्रतिशत थी जो जून 2020 के समान ही थी परंतु यह जुलाई 2019 के 11.4 प्रतिशत की वृद्धि से कम थी।

  • कृषि और संबद्ध क्रियाकलापों की ऋण वृद्धि में जुलाई 2019 में 6.8 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में जुलाई 2020 में 5.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

  • उद्योग के लिए ऋण वृद्धि में जुलाई 2019 के 6.1 प्रतिशत की तुलना में जुलाई 2020 में 0.8 प्रतिशत की कमी आयी।

  • उद्योग के भीतर, ”खाद्य प्रसंस्करण’, 'खनन एवं उत्खनन', ‘पेट्रोलियम, कोयला उत्पादों और परमाणु ईंधनों’, 'चमड़ा एवं चमड़ा उत्पादों', 'लकड़ी एवं लकड़ी उत्पादों', 'निर्माण' और ’ पेपर एवं पेपर उत्पादों’ की ऋण वृद्धि जुलाई 2020 में पिछले वर्ष के इसी महीने की वृद्धि की तुलना में तेज हुई। हालांकि, ‘रसायन एवं रासायनिक उत्पादों’, ‘रबर प्लास्टिक और उनके उत्पादों’, 'आधारभूत संरचना’, 'रत्नों और आभूषणों’, ’कांच और कांच से बनी वस्तुएं’ और ‘पेय पदार्थ और तंबाकू’ की ऋण वृद्धि में संकुचन/कमी हुई।

  • सेवा क्षेत्र में ऋण लगातार मजबूत होता गया हालांकि जुलाई 2019 में 15.2 प्रतिशत की दर के साथ साथ जुलाई 2020 में 10.1 प्रतिशत की दर की गिरावट हुई थी। इस क्षेत्र के भीतर, ‘कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और ‘पर्यटन, होटल एवं रेस्तरां’ के लिए ऋण में पिछले वर्ष के इसी महीने की वृद्धि के सामने जुलाई 2020 में त्वरित वृद्धि दर्ज हुई है |

  • वैयक्तिक ऋणों ने जुलाई 2019 में 17.0 प्रतिशत की वृद्धि की तुलना में, जुलाई 2020 में 11.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करते हुए अच्छा प्रदर्शन करना जारी रखा| इस क्षेत्र के भीतर, वाहन ऋणों ने पिछले वर्ष के इसी महीने में हुई वृद्धि की तुलना में जुलाई 2020 में त्वरित वृद्धि दर्ज की

(Source: www.rbi.org.in)






  

Rajanish Kant मंगलवार, 1 सितंबर 2020