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अगले हफ्ते शेयर बाजार की नजर: क्या फेड ब्याज बढ़ाएगा और भारतीय बजट में छूट की बारिश होगी?
अगले हफ्ते कॉर्पोरेट नतीजों के अलावा बाजार की नजर फेडरल रिजर्व की ब्याज दर पर बैठक और भारतीय आम बजट पर भी होगी। 

बुधवार से अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व की दो दिनों की बैठक शुरू हो रही है जिसमें ब्याज बढ़ाने को लेकर क्या फैसला होता है, इस पर बाजार की नजर रहेगी। 2017 में फेडरल रिजर्व ने तीन बार ब्याज बढ़ोतरी के संकेत दिए हैं। इससे पहले पिछले साल दिसंबर की बैठक में फेड ने ब्याज दर में चौथाई प्रतिशत की बढ़ोतरी की थी। 

बुधवार को ही भारत सरकार आम बजट पेश करने वाली है। जानकार को उम्मीद है कि नोटबंदी के असर से निपटने के लिए सरकार उद्योगों के लिए राहत की घोषणा कर सकती है। साथ ही इनकम टैक्स के स्लैब में बदलाव कर सकती है। 

गुरुवार को बैंक ऑफ इंग्लैंड मौद्रिक पॉलिसी की घोषणा और महंगाई के ताजा आंकड़े जारी करेगा।

आप को बता दें कि अमेरिका में करीब 9 साल के बाद पहली बार 2016 दिसंबर में ब्याज दर में 0.25% की बढ़ोतरी की गई थी। उसके बाद 2017 में इतनी ही प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई।  
((अमेरिका: ब्याज दर में 0.25% की बढ़ोतरी, 2006 के बाद पहली बढ़ोतरी 
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Rajanish Kant शनिवार, 28 जनवरी 2017
डाओ जोंस शुक्रवार को 7 अंक गिरा, लेकिन 20,000 के ऊपर बंद, दिसंबर तिमाही की GDP ग्रोथ उम्मीद से खराब, अगले हफ्ते फेड की बैठक
अगले हफ्ते फेडरल रिजर्व की ब्याज दर पर होने वाली बैठक से पहले अमेरिका के 2017 की दिसंबर तिमाही के जीडीपी आंकड़ों ने  बाजार के जानकारों को उलझन में डाल दिया है। जीडीपी आंकड़े उम्मीद से खराब रहे और जिसका असर अमेरिका के शेयर बाजारों पर भी देखा गया। 
अमेरिकी और यूरोपीय शेयर बाजार शुक्रवार को मिले-जुले रुझान के साथ बंद हुए। दिसंबर तीमाही में अमेरिका ने 1.9% की दर से आर्थिक विकास किया जबकि अनुमान 2.2% का था। यह 2011 के बाद अमेरिका में सबसे कम विकास दर है। जानकारों के मुताबिक, कच्चे तेल की कीमतों में कमी और डॉलर में मजबूती की वजह से विकास दर में कमी आई है। इन वजहों से कंपनियों का प्रदर्शन प्रभावित हुआ और इसका असर कारोबार में निवेश पर पड़ा। कंपनियों ने निवेश कम कर दिया। 

उधर, बुधवार से फेडरल रिजर्व  की ब्याज दर पर दो दिनों की बैठक शुरू होगी। फेड ने इस साल तीन ब्याज बढ़ोतरी के संकेत दिए थे, लेकिन दिसंबर में जीडीपी ग्रोथ के अनुमान से कम रहने पर जानकारों को लग रहा है कि इस बैठक में फेड शायद ही ब्याज बढ़ाने का जोखिम ले, क्योंकि इससे कर्ज लेना और महंगा हो जाएगा। 

अमेरिका के डाओ जोंस ने 7.13 अंक और S&P 500 ने 1.99 अंक की गिरावट जबकि नैस्डेक ने 5.61 अंक बढ़त दर्ज की। उधर, ब्रिटेन के फुट्जी 100 इंडेक्स ने 23.00 अंकों की तेजी जबकि फ्रांस के कैक 40 इंडेक्स ने 27.26 अंक और जर्मनी के डैक्स ने 34.368 अंकों की नरमी के साथ कारोबार किया। 
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अमेरिकी-यूरोपीय बाजारों का प्रदर्शन-(शुक्रवार)

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