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म्युचुअल फंड के जरिए महिलाओं को कैसे मिलेगी आर्थिक आजादी?

सही मायनों में वित्तीय सुरक्षा और वित्तीय आजादी के बिना आपकी आजादी पूरी नहीं है। हर काम के लिए पैसों के लिए दूसरों पर निर्भरता कहीं ना कहीं आर्थिक या वित्तीय आजादी और आर्थिक सुरक्षा के लिए प्रेरित करती है। इसलिए इस बारे में जितना जल्दी आप सोचना शुरू कर दें, उतना ही बेहतर होगा। इस काम में म्युचुअल फंड भी आपकी मदद कर सकता है। 

आइए जानते हैं म्युचुअल फंड के जरिए आर्थिक आजादी पाने के लिए महिलाओं को क्या करना चाहिए...

>अपना फंड (निधि, धन कोश) बनाएं: 
पैसे कमाना आर्थिक या वित्तीय आजादी पाने की दिशा में पहला कदम है। इसके बाद नंबर आता है बचत और निवेश का। अगर आप अपने पैसों का बचत और निवेश नहीं करेंगे, तो वो आपकी जिंदगी में बिना कोई मूल्य जोड़े यूं ही खर्च होता जाएगा। इसलिए अपने जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए अपना फंड जरूर बनाएं।  
((क्यों और कैसे बनें beyourmoneymanager? 

>बचत को एसआईपी (सिस्टैमिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में निवेश करें:
अगर आपने अपने पैसों का बचत करना शुरू कर दिया है तो अब सोच रहे होंगे कि इसका निवेश कहां करें और वो भी बिना किसी खास परेशानी और तनाव के। एक बात याद रखिए कम बचत के साथ भी आर निवेश का काम शुरू कर सकते हैं। इसमें म्युचुअल फंड आपकी मदद करेगा। आप हर महीने 500 रुपए या 1000 रुपए सिस्टैमिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में निवेश करें। लेकिन, आंख बंद करके किसी स्कीम में पैसा मत लगा दीजिएगा, किसी बेहतर स्कीम में जांच-परखकर निवेश करना आपके लिए फायदेमंद होगा। एक बात और लंबी अवधि के लिए निवेश करने ज्यादा बेहतर होगा। 

>वित्तीय लक्ष्य हासिल करें: 
म्युचुअल फंड के जरिए आप अपना अलग-अलग लक्ष्य हासिल कर सकते हैं। छोटी या मध्यम अवधि का वित्तीय लक्ष्य आप डेट फंड की मदद से हासिल कर सकते हैं। लंबी अवधि का लक्ष्य हासिल करने और बेहतर मुनाफा के लिए इक्विटी फंड्स पर दांव लगा सकते हैं। लेकिन, हमेशा एक बात याद रखें फंड्स का चुनाव सावधानी के साथ करें क्योंकि पैसा आपका है, इसलिए फायदा या नुकसान आपको होगा। आप फंड्स के बारे में रिसर्च करके और पूरी तरह जांच-परख कर किसी फंड को चुनें। 
((म्युचुअल फंड: क्यों है निवेश का सबसे बेहतर जरिया: भाग-1
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(('आर्थिक स्वतंत्रता हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है'

>आपातकालीन फंड जरूर बनाएं: 
कल्पना कीजिए, आपको अगले एक घंटे में किसी ना टालने योग्य काम के लिए 20 हजार रुपए की जरूरत है। ऐसे में आप अपने रिश्तेदार, भरोसेमंद दोस्त, बैंक बगैरह हर विकल्प को आजमा लेते हैं, लेकिन हर तरफ से आपको निराशा  हाथ लगती है। ऐसे में क्या करेंगे। ऐसे ही मौकों के लिए समझदार और आर्थिक सुरक्षा हासिल करने वाले लोग आपातकालीन फंड बनाते हैं। घर में बेकार पड़े पैसों को लिक्विड फंड में निवेश करके एक बेहतर आपातकालीन फंड बना सकते हैं। आपातकालीन फंड बनाते समय लिक्विडिटी, सेफ्टी और पॉजीटिव रिटर्न का ध्यान रखें।  

>अपने बच्चों के लिए वित्तीय योजना बनाएं: 
आप म्युचुअल फंड का इस्तेमाल ना केवल अपने जीवनस्तर को बेहतर बनाने के लिए कर सकते हैं बल्कि अपने बच्चों के भविष्य की वित्तीय जरूरतों को पूरा करने के लिए भी कर सकते हैं। इसके लिए कई चाइल्ड प्लांस मौजूद हैं। 
((बच्चों से है प्यार, तो उनके लिए रखें फाइनेंशियल प्लान तैयार
(('Money मित्र' बनकर दें बच्चों को लाड़-प्यार  

> समृद्ध रिटायर: 
सही मायने में आजाद महिलाओं को रिटायरमेंट के बाद भी आर्थिक आजादी की जरूरत होती है। इक्विटी फंड्स में लंबी अवधि का निवेश कर आप रिटायरमेंट के बाद आमदनी कर सकते हैं। जब आप रिटायर हो जाएं तो हर महीने एक निश्चित आय के लिए सिस्टैमिक विद्ड्रावल प्लान में निवेश कर सकते हैं। 

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Rajanish Kant रविवार, 14 अगस्त 2016
क्या करें महिलाएं, अगर निवेश और फाइनेंस की बेसिक जानकारी ना हो ?
सदियों से घर के मुखिया भले ही पुरुष रहे हों, लेकिन होम मिनिस्टर की भूमिका तो महिलाएं ही निभाती आ रहीं हैं। बात चाहे घर का बजट बनाने की हो, रोजमर्रे का खर्च चलाने की हो या फिर बच्चे-फैमिली की जरूरत पूरी करने की, हर काम का जिम्मा महिलाएं ही संभालती हैं। बावजुद इसके अगर उनसे निवेश या फाइनेंशियल प्लानिंग से जुड़े कुछ सवाल पूछेंगे, तो शायद कम ही महिलाएं उन सवालों का संतोषजनक जवाब दे पाएंगी। इस  मामले महिलाएं अपने पुरुष सदस्य से खुद को अलग रखना पसंद करती हैं।

जानकारों के मुताबिक, महिलाओं को भी पैसों के रखरखाव, निवेश, इंश्योरेंस, बचत, एफडी, म्युचुअल फंड, फाइनेंशियल प्लानिंग की बेसिक्स के बारे में जरूर सीखना चाहिए। फाइनेंस और निवेश के मामले में खुद को अलग-थलग रखना उनके लिए कई बार काफी नुकसानदेह साबित होता है, खासकर किसी वजह से जब उनको अपने परिवार से जबरन अलग रहना पड़े। ऐसे में अगर महिलाओं को फाइनेंस और निवेश के बारे में जानकारी नहीं रहेगी, तो उनको दिक्कत हो सकती है। और अगर बच्चे हैं, तो फिर उनके मौजूदा और भविष्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए फाइनेंशियल प्लानिंग की जरूरत तो पड़ेगी ही। तो चलिए बताते हैं कि महिलाओं को निवेश की बेसिक्स के अंतर्गत क्या-क्या बातें सीखनी चाहिए:

> लांग टर्म निवेश के लिए टिप्स: 
-बचत और निवेश के बारे में अनुशासित सोच होनी चाहिए
-जिसके लिए आप निवेश कर रहीं हैं, उसके वित्तीय लक्ष्य
(Financial Goals) मसलन, अगले कुछ साल में खुद का
घर लेना है या फिर बच्चों का उच्चतर शिक्षा है या फिर बच्चों की शादी
करनी है, या फिर रिटायरमेंट फंड के लिए बगैरह-बगैरह के बारे
में स्पष्टता होनी चाहिए
-वित्तीय लक्ष्य को हासिल करने के लिए समय सीमा तय करना
जरूरी है, मसलन अगले 5 साल में घर लेना है, अगले 15 साल
में बच्चों को किसी प्रफेशनल कोर्स में प्रवेश दिलाना है, अगले 35
साल में रिटायर होना है बगैरह-बगैरह।
-छोटी अवधि में शेयर बाजार में गिरावट से घबराएं नहीं। याद रखें
आपका निवेश लंबी अवधि के लिए है।
-म्युचुअल फंड में निवेश के दौरान सिस्टैमिक इन्वेस्टमेंट प्लान ( SIPs)
पर भरोसा रखें।  

> सिगंल मदर के लिए मनी मंत्र: 
-अपने पैसों के रख-रखाव के लिए अपने रिश्तेदार को तरजीह ना दें
-अगर निवेश और बचत के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, तो
अपने पैसों को किसी अच्छे बैंक की फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम में निवेश करें।
-फिक्स्ड डिपॉजिट में आपका पैसा सुरक्षित भी रहेगा और बढ़ता भी रहेगा।
तब तक कुछ समय निवेश और फाइनेंशियल प्लानिंग की बेसिक्स सीखने
में दें।
-फाइनेंशियल प्लानिंग को समझें और अगर इसके लिए किसी फाइनेंशियल
सलाहकार की जरूरत हो, तो मामूली फीस चुकाकर सीखने में कोई
हर्ज नहीं है।
-निवेश की बेसिक्स सीखने के बाद एफडी में जमा पैसों को निकालकर या
अपनी आमदनी से बचाए पैसों को दूसरे निवेश इंस्ट्रूमेंट मसलन, म्युचुअल फंड,
इंश्योरेंस, सोना, प्रॉपर्टी बगैरह में अपने लक्ष्य और जरूरत के मुताबिक निवेश
करना शुरू कर दीजिए।

>अच्छे फाइनेंशियल प्लानर कैसे चुनें
-मजबूत रेफरेंस पर भरोसा करें
-फाइनेंशियल प्लानिंग के क्षेत्र में कुछ साल का
अनुभव होना चाहिए
-फाइनेंशियल सलाहकार/ प्लानर्स की फीस या कमीशन
पता करे लें
-पता करें कि वो आपको केवल सलाह देगा या फिर आपके
फाइनेंशियल योजना को पूरे करने का काम भी करेगा
-ये भी पता करें कि क्या वो आपको फाइनेंस, निवेश, बचत
बगैरह के बारे में शिक्षित भी करेगा
       शायद ये छोटी सी जानकारी आपकी जिंदगी को बेहतर बनाने में मदद करें, लेकिन ध्यान रखें कि पैसों के बारे में कोई भी फैसला आप खुद लें। आपका फाइनेंशियल लक्ष्य, आपकी आर्थिक स्थिति, आपकी जरूरत आपसे बेहतर कोई नहीं जानता, इसलिए निवेश के बारे में अंतिम फैसले पर केवल और केवल आपका अधिकार होना चाहिए... Always beyourmoneymanager... 

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Rajanish Kant मंगलवार, 8 मार्च 2016