भारतीय रिज़र्व बैंक ने भारतीय रिज़र्व बैंक (सरकारी प्रतिभूति ऋण) निदेश, 2023 का मसौदा जारी किया
दिनांक 8 फरवरी 2023 को वर्ष 2022-23 के लिए द्विमासिक मौद्रिक नीति वक्तव्य के एक भाग के रूप में जारी विकासात्मक और विनियामक नीतियों पर वक्तव्य में की गई घोषणा के अनुसरण में, भारतीय रिज़र्व बैंक ने आज अपनी वेबसाइट पर भारतीय रिज़र्व बैंक (सरकारी प्रतिभूति ऋण) निदेश, 2023 का मसौदा जारी किया। बैंकों, बाजार सहभागियों और अन्य इच्छुक पक्षों से मसौदा निदेशों पर टिप्पणियां 17 मार्च 2023 तक आमंत्रित हैं।
मसौदा निदेशों पर फीडबैक निम्नलिखित पते पर:
मुख्य महाप्रबंधक,
भारतीय रिज़र्व बैंक,
वित्तीय बाजार विनियमन विभाग,
9वीं मंजिल, केंद्रीय कार्यालय भवन,
शहीद भगत सिंह मार्ग, फोर्ट,
मुंबई - 400 001
या ईमेल द्वारा “भारतीय रिज़र्व बैंक (सरकारी प्रतिभूति ऋण) निदेश, 2023 के मसौदा पर फीडबैक” विषय पंक्ति के साथ भेजी जा सकती है
क्या है सरकारी प्रतिभूतियां लोन प्रस्ताव:
प्रतिभूतियां उधार देने और उधार लेने के लिए एक सुव्यवस्थित बाजार से, सरकारी प्रतिभूति बाजार में गहनता आएगी और चलनिधि की भी प्रचुरता होगी, जिससे कुशल मूल्य खोज में मदद मिलेगी। अतः, सरकारी प्रतिभूतियां उधार देने और उधार लेने की अनुमति देने का प्रस्ताव है जो 'विशेष रेपो' के लिए मौजूदा बाजार को समृद्ध करेगा। आशा की जाती है कि यह प्रणाली, निवेशकों को निष्क्रिय प्रतिभूतियों को अभिनियोजित करने और पोर्टफोलियो रिटर्न बढ़ाने के लिए एक अवसर प्रदान करके प्रतिभूति उधार बाजार में व्यापक सहभागिता की सुविधा प्रदान करेगी। हितधारकों की प्रतिक्रियाओं के लिए निदेशों का मसौदा अलग से जारी किया जाएगा।
('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
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