फॉसी ने सीनेट की एक समिति और देश को आगाह किया, ‘‘इसका सही में खतरा है और संक्रामक रोग का ऐसा दौर शुरू होगा कि आप उसे काबू नहीं कर पाएंगे।’’ दरअसल 24 से अधिक राज्यों ने अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के पहले कदम के तौर पर लॉकडाउन को हटाना शुरू कर दिया है।
उनका यह बयान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख से बिल्कुल अलग है।
वैश्विक महामारी की गंभीरता पर जोर देते हुए फॉसी तथा अन्य विशेषज्ञों ने घर से ही कांग्रेस के समक्ष बयान दिया।
फॉसी ने सीनेट की स्वास्थ्य, शिक्षा, श्रम और पेंशन समिति को बताया कि अगर लोगों ने फिर से एकत्रित होना शुरू कर दिया तो संक्रमण के नए मामले आना तथा अधिक लोगों की मौत होना निश्चित है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें कोई शक नहीं है कि जब आप इसे फैलने से रोकने की कोशिश करोगे तो भी कुछ मामले दिखाई देंगे।’’
उन्होंने कहा कि बहुत तेजी से आगे बढ़ने पर इसके नतीजे बहुत गंभीर हो सकते हैं।
गौतलब है कि लॉकडाउन के कारण अमेरिका में तीन करोड़ से अधिक लोगों के बेरोजगार होने के कारण ट्रंप राज्यों को फिर से खोलने पर जोर दे रहे हैं।
हाल ही के एक आकलन के अनुसार पाबंदियों में ढील देने वाले 17 राज्य व्हाइट हाउस के अहम मानदंड पर खरे नहीं उतरते हैं यानी वहां नए मामलों या संक्रमित होने की दर में लगातार 14 दिन तक गिरावट नहीं देखी गई।
(साभार-पीटीआई भाषा)
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