जीवन बीमा निगम ने सोमवार को कहा कि उसको अपनी अनुषंगी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस लि. (एलआईसीएचएफएल) का किसी अन्य इकाई के साथ विलय का कोई प्रस्ताव नहीं है।
एलआईसी का यह बयान कुछ रिपोर्ट में आयी खबरों के बाद आया है। इसमें यह कहा गया है कि दिग्गज बीमा कंपनी एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का अपनी बैंक इकाई आईडीबीआई में विलय कर सकती है।
भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) ने स्पष्टीकरण में कहा, ‘‘वास्तव में एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का किसी अन्य इकाई में विलय का कोई प्रस्ताव नहीं है। बाजार में जो भी अफवाह है, वह तथ्यों पर आधारित नहीं है।’’
आईडीबीआई बैंक ने एक अलग सूचना में स्पष्ट किया कि निदेशक मंडल बैठक में इस प्रकार के किसी प्रस्ताव पर चर्चा नहीं हुई है।
इस खबर के बाद एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस का शेयर दिन के कारोबार में बीएसई में 10 प्रतिशत से अधिक टूट गया। अंत में यह 7.71 प्रतिशत की गिरावट के साथ 380.30 रुपये पर बंद हुआ। आईडीबीआई का शेयर भी 2.54 प्रतिशत घटकर 34.50 रुपये पर रहा।
आईडीबीआई बैंक में एलआईसी की 51 प्रतिशत हिस्सेदारी है। बैंक का एकल आधार पर शुद्ध घाटा दिसंबर 2019 को समाप्त तिमाही में बढ़कर 5,763.04 करोड़ रुपये पहुंच गया। इससे पूर्व वित्त वर्ष की इसी तिमाही में बैंक को 4,185.48 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ था। मुख्य रूप से फंसे कर्ज में वृद्धि के कारण बैंक का घाटा बढ़ा है।
(साभार- पीटीआई भाषा)
शेयर बाजार से पैसा बनाने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें