नेपाल ने भारत समेत अन्य देशों से धार्मिक पर्यटकों को आकर्षित करने के लिये एशियाई विकास बैंक (एडीबी) की मदद से बुनियादी अवसंरचना विकास की कई परियोजनाएं शुरू की हैं। अधिकारियों ने इसकी जानकारी दी।
नेपाल में एडीबी के स्थानीय निदेशक मुख्तार खामुदखानोव ने कहा कि एडीबी ने दक्षिण एशिया उपक्षेत्रीय आर्थिक सहयोग के तहत क्षेत्रीय संपर्क तथा व्यापार सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिये पिछले साल 18 करोड़ डॉलर की वित्तीय मदद की मंजूरी दी थी। इसके तहत भारत से नेपाल को जोड़ने वाले पूर्वी-पश्चिमी राजमार्ग को चौड़ा बनाया जाना है।
एडीबी की मदद वाली परियोजनाओं के तहत गौतम बुद्ध की जन्मस्थली लुम्बिनी के पास एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जा रहा है। यह अगले साल मार्च तक चालू हो सकता है।
खामुदखानोव ने कहा कि सात करोड़ डॉलर की इस हवाईअड्डा परियोजना को दक्षिण एशिया पर्यटन बुनियादी संरचना विकास परियोजना के तहत तैयार किया जा रहा है। इससे भारत समेत चीन, श्रीलंका, भूटान और जापान जैसे देशों से बौद्ध पर्यटकों के आकर्षित होने की उम्मीद है।
इस हवाईअड्डे से विमानन सेवा शुरू करने में भारत, श्रीलंका, थाईलैंड और कम्बोडिया जैसे देश पहले ही रुचि दिखा चुके हैं।
विजिट नेपाल 2020 के राष्ट्रीय संयोजक सूरज वैद्य ने बताया कि लुम्बिनी के अलावा जनकपुर में मनाया जाने वाला त्योहार विवाह पंचमी दूसरा बड़ा पर्यटन आकर्षण है। यह भगवान राम के विवाह के उपलक्ष्य में हर साल मनाया जाता है। इसमें विभिन्न देशों के पर्यटक तथा धार्मिक श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं। पिछले साल इस समारोह में उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शरीक हुए थे।
वैद्य ने कहा कि विजिट नेपाल 2020 मुहिम में भगवान शिव से जुड़े पवित्र धार्मिक स्थलों का भ्रमण ‘शिव शक्ति परिक्रमा’ भी शामिल है।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल नेपाल में करीब 11.73 लाख विदेशी पर्यटक आये थे। इसमें करीब दो लाख लोग भारतीय थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें