भारतीय रेल (Indian Rail) की सब्सिडियरी इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन यानी IRCTC के आईपीओ का इंतजार करने वाले निवेशकों के लिए अच्छी खबर है। कंपनी 30 सितंबर को अपने 12.5 प्रतिशत शेयर बेचने जा रही है। IPO में बिक्री पेशकश के जरिये 10 रुपये अंकित मूल्य के 2 करोड़ शेयर बिक्री के लिए पेश करेगी। कंपनी को इस आईपीओ से 600 करोड़ रुपये जुटाने की उम्मीद है। इन शेयरों की बिक्री SEBI के नियमों के मुताबिक होगी। नियमों के मुताबिक व्यक्तिगत तौर पर एक निवेशक अधिकतम 2 लाख रुपये के शेयर खरीद सकता है जबकि फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के लिए कोई सीमा नहीं होगी।
IRCTC का ऑथोराइज़्ड कैपिटल 250 करोड़ रुपये का है जबकि इसका पेड अप कैपिटल 150 करोड़ रुपये का है। IRCTC कई साल से IPO जारी करने की योजना बना रही है लेकिन हर बार उसे इस योजना को टालना पड़ा था। फिलहाल इस कंपनी की वैल्यू क़रीब 7,500 करोड़ रुपये की है।
IRCTC भारतीय रेल की मिनी रत्न कंपनी है। इसकी स्थापना 1999 में हुई थी। बाद में रेल मंत्री बने नितीश कुमार ने इस कंपनी को कई बड़ी जिम्मेदारी और काम सौंपे थे। इसमें रेल नीर (Rail Neer) पर IRCTC का एकाधिकार और कैटरिंग सेवा देना शामिल है. हालांकि यूपीए-2 के दौरान ममता बनर्जी ने रेल मंत्री के तौर पर IRCTC से कैटरिंग सेवा छीन ली थी, जो इस कंपनी के लिए बड़ा झटका था।
मौजूदा समय में यह कंपनी ई-टिकटिंग के साथ ही रेल नीर, टूरिस्ट ट्रेनें चलाने, घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय टूर पैकेज मुहैया कराने जैसे कई काम कर रही है। हालांकि IRCTC की टूरिज़्म पैकेज चलाने के मामले में अब तक पूरी तरह से ब्रेक इवन पॉइंट पर नहीं पहुंच पाई है. यानि कंपनी इस तरह के पैकेज पर जो लागत लगा रही है उसकी भी पूरी वसूली नहीं हो पा रही है।
IRCTC को हाल ही में लखनऊ-नई दिल्ली और मुंबई-अहमदाबाद दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेनें सौंपी गई हैं और उसे पहली बार इस तरह की ट्रेनों के संचालन का काम दिया गया है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें