मंगलवार, 16 जुलाई 2019

आठ महीने बाद निर्यात में गिरावट, जून में 9.71 घटकर 25.01 अरब डालर रहा, सोने का आयात 13% बढ़ा


देश के निर्यात में इस साल जून महीने में आठ महीने बाद पहली बार गिरावट दर्ज की गयी है। रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग वस्तुओं तथा पेट्रोलियम उत्पादों का निर्यात कम होने से देश का कुल निर्यात जून 2019 में 9.71 प्रतिशत घटकर 25.01 अरब डालर रहा।

सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़े के अनुसार एक साल पहले इसी महीने में यह 27.7 अरब डालर था। 

आयात भी इस साल जून में 9 प्रतिशत घटकर 40.29 अरब डालर रहा जो इससे पूर्व वर्ष 2018 के इसी महीने में 44.3 अरब डालर था। इससे व्यापार घाटा 15.28 अरब डालर रहा।

पिछले साल जून महीने में व्यापार घाटा 16.6 अरब डालर था। पिछली बार सितंबर 2018 में निर्यात में 2.15 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी थी।

रत्न और आभूषण, इंजीनियरिंग वस्तुओं, पेट्रोलियम उत्पाद, प्लास्टिक, हस्तशिल्प, तैयार (रेडिमेड) परिधान, रसायन, चमड़ा और समुद्री उत्पादों, आयल मील और तिलहन के निर्यात में कमी से कुल निर्यात में गिरावट दर्ज की गयी।

आंकड़ों पर अपनी टिप्पणी में वाणिज्य सचिव अनूप वाधवान ने कहा, ‘‘जून महीने में निर्यात में गिरावट का बड़ा कारण पिछले साल जून महीने में तुलनात्मक आधार अत्यधिक मजबूत होना है।’’ 

उन्होंने कहा कि कुछ वैश्विक प्रवृत्तियों के कारण भी निर्यात में गिरावट दर्ज की गयी। 

सचिव ने संवाददाताओं से कहा कि विश्वबैंक ने अपनी वैश्विक आर्थिक संभावना (जून 2019) में 2019 में वैश्विक व्यापार के कमजोर रहने का अनुमान जताया है।

वैश्विक व्यापार में इस साल 2.6 प्रतिशत की दर से वृद्धि का अनुमान है। यह पिछले अनुमान के मुकाबले एक प्रतिशत अंक कम है।

दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भी हाल के महीनों में निर्यात में गिरावट दर्ज की गयी। डब्ल्यूटीओ के ताजा आंकड़े के अनुसार जापान, यूरोपीय संघ और चीन के निर्यात में अप्रैल में क्रमश: 5.88 प्रतिशत, 4.30 प्रतिशत तथा 2.75 प्रतिशत की गिरावट आयी है। अप्रैल में अमेरिका का निर्यात भी 2.12 प्रतिशत कम हुआ। 

मंत्रालय ने बयान में कहा कि रखरखाव की वजह से ओएनजीसी मैंगलोर पेट्रोकेमिकल लि. के अस्थायी रूप से बंद होने (17 अप्रैल से 28 जून) के कारण पेट्रोलियम उत्पादों के निर्यात पर असर पड़ा। जून 2019 में जामनगर रिफाइनरी में रखरखाव के कारण काम बाधित रहा।

इंजीनियरिंग वस्तुओं का निर्यात प्रभावित होने का कारण स्टील की वैश्विक कीमतों में गिरावट है।

तेल एवं गैर-तेल आयात क्रमश: 13.33 प्रतिशत घटकर 11 अरब डालर और 7.34 प्रतिशत कम होकर 29.26 अरब डालर रहा।

इस साल अप्रैल-जून के दौरान निर्यात 1.69 प्रतिशत घटकर 81 अरब डालर रहा जबकि आयात 0.29 प्रतिशत घटकर 127 अरब डालर रहा।

इससे इस दौरान व्यापार घाटा कम होकर 45 अरब डालर रहा जो इससे पूर्व अप्रैल-जून 2018 में 46 अरब डालर था।

सोने का आयात जून महीने में 13 प्रतिशत बढ़कर 2.7 अरब डालर रहा।

इस बीच, आरबीआई के ताजा आंकड़े के अनुसार मई में सेवा निर्यात 15.49 प्रतिशत बढ़कर 18.68 अरब डालर रहा। 

वहीं आयात आलोच्य महीने में 22.37 प्रतिशत बढ़कर 12.49 अरब डालर रहा।


(सौ. पीटीआई भाषा)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'


Plz Follow Me on: 

सामान खरीदने से पहले कीमत देखते हैं, फिर शेयर खरीदने से पहले भी कुछ देखिये

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें