(साभार-पीटीआई-भाषा)
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
नयी दिल्ली, 25 फरवरी (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति :एमपीसी: आगे चलकर ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकती है। मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि ब्याज दरों में वृद्धि तत्काल नहीं होगी, क्योंकि अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार अपनी शुरुआती चरण में है।
वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि मुद्रास्फीति के रुख से यह तय होगा कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कब बढ़ोतरी करता है।
मॉर्गन स्टेनली के शोध नोट में कहा गया है कि एमपीसी के बयान और बैठक के ब्योरे को देखने के बाद पता चलता है कि एमपीसी का अगला कदम ब्याज दरों में वृद्धि का होगा। हालांकि, यह तुरंत नहीं होगा।
एमपीसी की बैठक के ब्योरे के अनुसार कई कारक मुद्रास्फीति के ऊपर की ओर जाने का दबाव बनाएंगे। इनमें राज्यों द्वारा आवास किराया भत्ते का क्रियान्वयन, बजट में की गई न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा, मुद्रास्फीति बढ़ने की संभावना, सीमा शुल्क में बढ़ोतरी और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि शामिल है।
रिपोर्ट में हालांकि कहा गया है कि ब्याज दरों में वृद्धि तत्काल नहीं होगी, क्योंकि अर्थव्यवस्था की स्थिति में सुधार अपनी शुरुआती चरण में है।
वैश्विक वित्तीय सेवा क्षेत्र की कंपनी ने कहा कि मुद्रास्फीति के रुख से यह तय होगा कि केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कब बढ़ोतरी करता है।
मॉर्गन स्टेनली के शोध नोट में कहा गया है कि एमपीसी के बयान और बैठक के ब्योरे को देखने के बाद पता चलता है कि एमपीसी का अगला कदम ब्याज दरों में वृद्धि का होगा। हालांकि, यह तुरंत नहीं होगा।
एमपीसी की बैठक के ब्योरे के अनुसार कई कारक मुद्रास्फीति के ऊपर की ओर जाने का दबाव बनाएंगे। इनमें राज्यों द्वारा आवास किराया भत्ते का क्रियान्वयन, बजट में की गई न्यूनतम समर्थन मूल्य में बढ़ोतरी की घोषणा, मुद्रास्फीति बढ़ने की संभावना, सीमा शुल्क में बढ़ोतरी और कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि शामिल है।
(('बिना प्रोफेशनल ट्रेनिंग के शेयर बाजार जरूर जुआ है'
((शेयर बाजार: जब तक सीखेंगे नहीं, तबतक पैसे बनेंगे नहीं!
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें?
(बच्चों को फाइनेंशियल एजुकेशन क्यों देना चाहिए पर हिन्दी किताब- बेटा हमारा दौलतमंद बनेगा)
((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें
(ब्लॉग एक, फायदे अनेक
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
म्युचुअल फंड के बदल गए नियम, बदलाव से निवेशकों को फायदा या नुकसान, जानें विस्तार से
((फाइनेंशियल प्लानिंग (वित्तीय योजना) क्या है और क्यों जरूरी है?
((ये दिसंबर तिमाही को कुछ Q2, कुछ Q3 तो कुछ Q4 क्यों बताते हैं ?
((कैसे करें शेयर बाजार में एंट्री
((सामान खरीदने जैसा आसान है शेयर बाजार में पैसे लगाना
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें?
((मेरा कविता संग्रह "जब सपने बन जाते हैं मार्गदर्शक"खरीदने के लिए क्लिक करें
(ब्लॉग एक, फायदे अनेक
Plz Follow Me on:
((निवेश: 5 गलतियों से बचें, मालामाल बनें Investment: Save from doing 5 mistakes
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें