अप्रैल-जून 2017 के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत
आज पहले, भारतीय रिज़र्व बैंक ने अपनी वेबसाइट (
www.rbi.org.in) पर अप्रैल-जून 2017 से संबंधित भुगतान संतुलन (बीओपी) के आंकड़े जारी किए। इन आंकड़ों के आधार पर अप्रैल-जून 2017 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोतों का समेकन किया गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत : अप्रैल-जून 2017
अप्रैल-जून 2017 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में बढ़ोतरी दर्ज हुई। विदेशी मुद्रा भंडार में हुए परिवर्तन के स्रोत नीचे
सारणी 1 में दर्शाए गए हैं :
सारणी 1: विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन के स्रोत* |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
मदें | 2016-17 अप्रैल-जून | 2017-18 अप्रैल-जून |
I. | | चालू खाता शेष | -0.4 | -14.3 |
II. | | पूंजी लेखा (निवल राशि) (क से च तक) | 7.4 | 25.7 |
| क. | विदेशी निवेश जिसमें से | 6.0 | 19.7 |
| | प्रत्यक्ष विदेशी निवेश | 3.9 | 7.2 |
| | संविभाग निवेश | 2.1 | 12.5 |
| | एफआईआई | | |
| | एडीआर/जीडीआर | 1.2 | 11.9 |
| | बैंकिंग पूंजी | 0.0 | 0.0 |
| ख. | जिसमें से : एनआरआई जमाराशियां | -0.1 | 6.2 |
| | अल्पावधिक ऋण | 1.4 | 1.2 |
| ग. | बाह्य सहायता | -0.3 | 0.6 |
| घ. | बाह्य वाणिज्यिक उधार | 0.7 | 0.6 |
| ङ | पूंजी लेखे में शामिल अन्य मदें | -2.0 | -0.3 |
| च. | मूल्यांकनगत परिवर्तन | 3.1 | -1.1 |
III. | | चालू खाता शेष | -3.6 | 5.2 |
| | कुल (I+II+III) @ भंडार में बढ़ोतरी (+) / भंडार में कमी (-) | 3.3 | 16.6 |
*: बीओपी के पुराने फार्मेट पर आधारित हैं जो चालू खाते और संविभाग निवेश के अंतर्गत एडीआर/जीडीआर के अंतरणों के संव्यवहार में नए फार्मेट (बीपीएम6) से भिन्न हो सकते हैं। @: पूर्णांकन के कारण अंतर, यदि कोई हो नोट: ‘पूंजी लेखे में अन्य लेखे’ के अंतर्गत ‘भूल और चूक’ के अलावा एसडीआर आबंटन, निर्यात में घट-बढ़, विदेशों में रखी निधि, एफडीआई के अंतर्गत प्राप्त ऐसे अग्रिम, जिनका निर्गम नहीं किया गया है तथा पूंजीगत प्राप्तियों से संबंधित लेनदेन शामिल हैं, जिन्हें और कहीं शामिल नहीं किया गया है। |
भुगतान संतुलन (मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) के आधार पर अप्रैल-जून 2017 के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार में 11.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी हुई, जबकि अप्रैल-जून 2016 के दौरान उसमें 7.0 बिलियन अमेरिकी डॉलर की बढ़ोतरी दर्ज हुई थी। अप्रैल-जून 2015 में विदेशी मुद्रा भंडार में अवास्तविक संदर्भ (मूल्यांकन प्रभावों सहित) में 16.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई, वहीं पिछले वर्ष की समान अवधि में 3.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर की वृद्धि हुई थी (
सारणी 2)।
सारणी 2: भंडार में परिवर्तन की तुलनात्मक स्थिति |
(बिलियन अमेरिकी डॉलर) |
मद | 2016-17 | 2017-18 |
अप्रैल-जून | अप्रैल-जून |
1 | विदेशी मुद्रा भंडार में घट-बढ़ (मूल्यांकन प्रभावों सहित) | 3.3 | 16.6 |
2 | मूल्यांकन प्रभाव (अभिलाभ (+)/हानि (-)) | -3.6 | 5.2 |
3 | बीओपी के आधार पर विदेशी मुद्रा भंडार में परिवर्तन (अर्थात मूल्यांकन प्रभावों को छोड़कर) | 7.0 | 11.4 |
नोट : भंडार में बढ़ोतरी (+)/भंडार में कमी (-) पूर्णांकन के कारण अंतर, यदि कोई हो |
अप्रैल-जून 2017 के दौरान मूल्यांकन हानि, जिसके अंतर्गत मुख्य रूप से अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर में हुआ मूल्यह्रास दर्शाया गया है, 5.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर दर्ज हुई, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 3.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर दर्ज हुई थी।
(Source:rbi.org.in)
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