सस्ता घर खरीदने की योजना बना रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। सरकार तो सस्ते घरों के लिए प्रोत्साहन दे ही रही है। अब बिल्डर भी महंगे घरों के मुकाबले सस्ते घरों के निर्माण पर ज्यादा जोर दे रहे हैं। प्रॉपर्टी कंसल्टेंट कुशमैन एंड वेकफील्ड की ताजा रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है। हालांकि, नए घरों की लॉन्चिंग में गिरावट आई है।
कुशमैन एंड वेकफील्ड के मुताबिक, पिछली चार तिमाहियों से नए घरों की लॉन्चिंग स्थिर बनी हुई है। आपको बता दें कि पिछले साल मार्च में रेरा लागू करने की घोषणा की गई थी और नवंबर 2016 में अचानक नोटबंदी का फैसला लिया गया था।
अगर वित्त वर्ष 2015-16 के मुकाबले वित्त वर्ष 2016-17 में नए घरों की लॉन्चिंग की बात करें, तो इसमें 8 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई है। हालांकि,वित्त वर्ष 2016-17 की एक रोचक बात ये है कि जितने भी नए घर लॉन्च किए जा रहे हैं उसमें सस्ते घरों के सेगमेंट की हिस्सेदारी बढ़ी है, जबकि लग्जरी सेगमेंट की घटी है। कुशमैन एंड वेकफील्ड की इस रिपोर्ट की मानें तो 2015-16 में नए घरों की लॉन्चिंग में सस्ते घरों के सेगमेंट की हिस्सेदारी 25 प्रतिशत थी जो कि 2016-17 में बढ़कर 30 प्रतिशत हो गई।
रिपोर्ट के मुताबिक, अगली दो-तीन तिमाहियों तक नए घरों की लॉन्चिंग में कोई खास सुधार की उम्मीद नहीं है। ऐसा इसलिए क्योंकि रेरा के हिसाब से उनके अपने बिजनेस स्ट्रक्चर, ऑपरेशन और मार्केटिंग स्ट्रैटेजी बदलने में थोड़ा समय लगेगा। एक जुलाई से जीएसटी व्यवस्था भी लागू होने जा रही है, तो इसके हिसाब से भी बिल्डरों को बदलाव करना होगा।
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