देश का सबसे बड़ा बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने चालू वित्त वर्ष में अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम (एफपीओ) और पात्र संस्थागत नियोजन (क्यूआईपी) के जरिये कोष जुटाने की योजना बनाई है। इस निर्गम के प्रबंधन के लिए बैंक ने मर्चेंट बैंकरों से आवेदन मांगे हैं।
एसबीआई ने सार्वजनिक सूचना में कहा कि बैंक का इरादा क्यूआईपी-एफपीओ के जरिये पूंजी बाजार में उतरने का है। निर्गम का आकार विभिन्न कारणों से भिन्न-भिन्न हो सकता है। यह प्रबंधन के विवेकाधिकार और शेयरधारकों के फैसले तक सीमित नहीं होगा।’’ बैंक ने बुक रनिंग लीड प्रबंधक (बीआरएलएम) के लिए छह मर्चेंट बैंकरों के चयन और नियुक्ति का प्रस्ताव किया है। इससे पहले अप्रैल में एसबीआई के पांच सहायक बैंकों और भारतीय महिला बैंक का विलय किया गया था।
एसबीआई को पहले ही अपने निदेशक मंडल से चालू वित्त वर्ष में 15,000 करोड़ रपये जुटाने की मंजूरी मिल गई है। बैंक यह राशि अनुवर्ती सार्वजनिक निर्गम, पात्र संस्थागत नियोजन, राइट इश्यू, निजी नियोजन, ग्लोबल डिपाजिटरी रिसीट्स, अमेरिकन डिपाजिटरी रिसीट्स या सामूहिक रूप से इन सबके जरिये जुटाएगा।
(स्रोत-पीटीआई-भाषा)
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