भारतीय इकोनॉमी वित्त वर्ष 2016-17 की तीसरी तिमाही यानी अक्टूबर- दिसंबर अवधि के दौरान 7% की दर से विकास किया है। केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने जीडीपी का ताजा आंकड़ा जारी करते हुए अपने दूसरे पूर्वानुमान में चालू वित्त वर्ष में जीडीपी 7.1% रहने की बात कही है।
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>2016-17 की जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान और 2016-17 की पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ रेट 2011-12 की स्थिर और मौजूदा मूल्य कीमत पर:
(Source:pib.nic.in)
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>2016-17 की जीडीपी ग्रोथ रेट अनुमान और 2016-17 की पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही की जीडीपी ग्रोथ रेट 2011-12 की स्थिर और मौजूदा मूल्य कीमत पर:
Growth Rates of GDP
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Constant prices (2011-12)
|
Current prices
| |
Annual 2016-17 (Second advance)
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7.1
|
11.5
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Q12016-17(April-June)
|
7.2
|
10.8
|
Q2 2016-17(July-Sep)
|
7.4
|
11.8
|
Q3 2016-17(Oct-Dec)
|
7.0
|
10.6
|
राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान, 2016-17 और तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर), 2016-17 के लिए सकल घरेलू उत्पाद के तिमाही अनुमान | ||||||||||||||||||
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के केन्द्रीय सांख्यिकी कार्यालय (सीएसओ) ने वित्त वर्ष 2016-17 के लिए स्थिर मूल्यों (2011-12) और वर्तमान मूल्यों पर राष्ट्रीय आय के द्वितीय अग्रिम अनुमान जारी कर दिए हैं।
स्थिर मूल्यों (2011-12) और वर्तमान मूल्यों दोनों पर ही तीसरी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर), 2016-17 के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के तिमाही अनुमान भी जारी कर दिए गए हैं।
स्थिर मूल्यों (2011-12) और वर्तमान मूल्यों पर वित्त वर्ष 2016-17 और चालू वित्त वर्ष की प्रथम, द्वितीय और तृतीय तिमाहियों के लिए जीडीपी वृद्धि दरों का उल्लेख नीचे किया गया हैः
स्थिर (2011-12) मूल्यों पर अनुमान
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी)
वर्ष 2016-17 में स्थिर (2011-12) मूल्यों पर वास्तविक जीडीपी अथवा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के बढ़कर 121.65 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वर्ष 2015-16 के लिए प्रथम संशोधित अनुमान में जीडीपी को 113.58 लाख करोड़ रुपये आंका गया था, जो 31 जनवरी 2017 को जारी किया गया था। वर्ष 2016-17 में जीडीपी वृद्धि दर 7.1 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जबकि वर्ष 2015-16 में जीडीपी वृद्धि दर 7.9 फीसदी आंकी गई थी।
बुनियादी मूल्यों पर सकल मूल्य वर्धित (जीवीए)
वर्ष 2016-17 में बुनियादी स्थिर मूल्यों (2011-12) पर वास्तविक जीवीए अर्थात जीवीए के बढ़कर 111.68 लाख करोड़ रुपये हो जाने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2015-16 में 104.70 लाख करोड़ रुपये था। वर्ष 2016-17 में बुनियादी मूल्यों पर वास्तविक जीवीए की अनुमानित वृद्धि दर 6.7 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जो वर्ष 2015-16 में 7.8 फीसदी थी।
जिन क्षेत्रों ने 7.0 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि दर दर्ज की है उनमें ‘लोक प्रशासन, रक्षा एवं अन्य सेवाएं’, ‘विनिर्माण’, ‘व्यापार, होटल, परिवहन, संचार एवं प्रसारण से जुड़ी सेवाए’, शामिल हैं।
‘कृषि, वानिकी एवं मत्स्य पालन’, ‘खनन एवं उत्खनन’, ‘विद्युत, गैस, जलापूर्ति एवं अन्य उपयोगी सेवाओं’, ‘निर्माण’ और ‘वित्तीय, अचल संपत्ति एवं प्रोफेशनल सेवाओं’ की वृद्धि दर क्रमश: 4.4, 1.3, 6.6, 3.1 और 6.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है।
प्रति व्यक्ति आय
वर्ष 2016-17 के दौरान सही अर्थों में (2011-12 के मूल्यों पर) प्रति व्यक्ति आय के बढ़कर 82,112 रुपये हो जाने की संभावना है, जो वर्ष 2015-16 में 77524 रुपये थी। वर्ष 2016-17 के दौरान प्रति व्यक्ति आय की वृद्धि दर 5.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया गया है, जो पिछले वर्ष 6.6 फीसदी थी।
वर्तमान मूल्यों पर अनुमान
सकल घरेलू उत्पाद
वर्ष 2016-17 में वर्तमान मूल्यों पर जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) के बढ़कर 152.51 लाख करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच जाने की संभावना है, जो वर्ष 2015-16 में 136.75 लाख करोड़ रुपये आंकी गई थी। यह 11.5 फीसदी की वृद्धि दर दर्शाती है।
राष्ट्रीय आय
वर्ष 2016-17 के दौरान सांकेतिक शुद्ध राष्ट्रीय आय (एनएनआई), जिसे राष्ट्रीय आय (वर्तमान मूल्यों पर) भी कहा जाता है, 134.86 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है, जो वर्ष 2015-16 में 120.83 लाख करोड़ रुपये थी। वृद्धि दर के लिहाज से राष्ट्रीय आय ने वर्ष 2016-17 में 11.6 प्रतिशत की वृद्धि दर दर्शाई है, जबकि पिछले वर्ष वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत आंकी गई थी।
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