एक्सपोर्ट के मोर्चे से अच्छी खबर आ रही है। देश का एक्सपोर्ट लगातार 18 वें महीने तक सालाना आधार पर कम होने के बाद इस साल जून में बढ़ा है। ताजा सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सालाना आधार पर डॉलर के टर्म में जून का एक्सपोर्ट 1.27% की जबकि रुपये टर्म में 6.72% की बढ़ोतरी हुई है। वहीं दूसरी ओर इंपोर्ट में कमी आई है। व्यापार घाटा भी काफी कम हुआ है।
जानकारों ने एक्सपोर्ट में लौटी पॉजिटिव ग्रोथ को उत्साहित बताया है लेकिन कहा है कि बढ़ती ग्लोबल चिंता के बीच इसे ग्रोथ की पटरी पर बनाए रखने एक बड़ी चुनौती होगी। उनका ये भी मानना है कि चुनिंदा प्रोडक्ट मसलन एग्रो प्रोडक्ट और लौह अयस्क के एक्सपोर्ट, जिसकी वजह से जून में एक्सपोर्ट बढ़ा है, के अलावा दूसरे सेक्टर के प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट बढ़ाने पर सरकार को काम करना होगा। जानकारों ने श्रम आधारित सेक्टर मसलन, जेम्स और जूलरी, कपड़ा के निर्यात में कमी पर चिंता जताई है।
((मई में एक्सपोर्ट लगातार 18वें महीने गिरा, नवंबर 2014 के बाद सबसे कम गिरावट
(खुद के पैसे, खर्च करें कैसे; जानें 50:30:20 फॉर्मूले से
((खुद का खर्च कैसे मैनेज करें?
((जानें वो आंकड़े-सूचना-सरकारी फैसले और खबर, जो शेयर मार्केट पर डालते हैं असर
(ब्लॉग एक, फायदे अनेक
MERCHANDISE TRADE (June, 2916):
(PROVISIONAL)
|
|||
JUNE
|
APRIL-JUNE
|
||
EXPORTS(including
re-exports)
|
|||
2015-16
|
22289.43
|
66690.90
|
|
2016-17
|
22572.30
|
65311.77
|
|
%Growth2016-17/
2015-16
|
1.27
|
-2.07
|
|
IMPORTS
|
|||
2015-16
|
33116.55
|
98916.56
|
|
2016-17
|
30688.54
|
84545.78
|
|
%Growth2016-17/
2015-16
|
-7.33
|
-14.53
|
|
TRADE BALANCE
|
|||
2015-16
|
-10827.12
|
-32225.66
|
|
2016-17
|
-8116.24
|
-19234.01
|
|
EXPORTS &
IMPORTS : (Rs. Crore)
|
|||
(PROVISIONAL)
|
|||
JUNE
|
APRIL-JUNE
|
||
EXPORTS(including
re-exports)
|
|||
2015-16
|
142341.88
|
423315.24
|
|
2016-17
|
151904.56
|
436960.98
|
|
%Growth2016-17/
2015-16
|
6.72
|
3.22
|
|
IMPORTS
|
|||
2015-16
|
211484.61
|
627830.30
|
|
2016-17
|
206524.39
|
565754.29
|
|
%Growth2016-17/
2015-16
|
-2.35
|
-9.89
|
|
TRADE BALANCE
|
|||
2015-16
|
-69142.73
|
-204515.06
|
|
2016-17
|
-54619.83
|
-128793.31
|
इस साल जून में इंपोर्ट डॉलर टर्म में 7.33% और रुपए टर्म में 2.35% घटा है। जहां तक इस दौरान कच्चे तेल के इंपोर्ट की बात है तो सालाना आधार पर डॉलर टर्म में इसमें 16.42% की कमी आई है। उधर, सोने का इंपोर्ट इस दौरान 38.5% कम हुआ है। एक्सपोर्ट में बढ़ोतरी के साथ-साथ सोने और कच्चे तेल के इंपोर्ट में आई कमी से व्यापार घाटा कम करने में मदद मिली है। इस साल जून में व्यापार घाटा पिछले साल जून के $10.8 अरब से घटकर $8.1 अरब पर पहुंच गया।
जानकारों ने एक्सपोर्ट में लौटी पॉजिटिव ग्रोथ को उत्साहित बताया है लेकिन कहा है कि बढ़ती ग्लोबल चिंता के बीच इसे ग्रोथ की पटरी पर बनाए रखने एक बड़ी चुनौती होगी। उनका ये भी मानना है कि चुनिंदा प्रोडक्ट मसलन एग्रो प्रोडक्ट और लौह अयस्क के एक्सपोर्ट, जिसकी वजह से जून में एक्सपोर्ट बढ़ा है, के अलावा दूसरे सेक्टर के प्रोडक्ट का एक्सपोर्ट बढ़ाने पर सरकार को काम करना होगा। जानकारों ने श्रम आधारित सेक्टर मसलन, जेम्स और जूलरी, कपड़ा के निर्यात में कमी पर चिंता जताई है।
((मई में एक्सपोर्ट लगातार 18वें महीने गिरा, नवंबर 2014 के बाद सबसे कम गिरावट
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