बुधवार, 3 फ़रवरी 2016

ब्याज दर को लेकर RBI उदार, आगे के आंकड़ों का इंतजार: राजन

रिजर्व बैंक ने 2 फरवरी की क्रेडिट पॉलिसी समीक्षा बैठक में ब्याज दर को भले ही स्थिर रखा है, लेकिन गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि ब्याज दर को लेकर उनका रुख लचीला है और आने वाले दिनों में महंगाई दर के अलावा आगामी आम बजट पर नजर है।

महंगाई दर को लेकर राजन ने कहा कि 2016-17 के अंत तक खुदरा महंगाई दर 5 % के करीब बनी रहेगी, लेकिन 7वें वेतन आयोग के लागू होने के बाद इसमें तेजी आ सकती है।

क्रेडिट पॉलिसी में घरेलू इकोनॉमी को लेकर आकलन:
-खुदरा महंगाई दर राजकोषीय वर्ष 2016-17 के अंत
तक लगभग 5%रहने की संभावना
-7वें वेतन आयोग के कार्यान्वयन से एक या दो वर्ष की अवधि के
लिए 5% खुदरा महंगाई के स्तर में गति मिलेगी
-मानसून के अलावा पण्य वस्तुओं की कीमतों और वित्तीय बाजारों पर
प्रतिकूल भौगोलिक-राजनीतिक घटनाओं के प्रभाव से बेसलाइन में
अतिरिक्त अनिश्चितता जुड़ेगी
-वर्ष 2015-16 के लिए जीवीए वृद्धि डाउनसाइड झुकाव के साथ
7.4% पर अपरिवर्तित
-जोखिम संतुलन के आकलन के आधार पर वर्ष 2016-17 के लिए
जीवीए वृद्धि 7.6 अनुमानित की गई है
-सरकार की स्टार्ट-अप इंडिया पहल के साथ रिज़र्व बैंक कारोबार
को सहज बनाने के लिए कदम उठाएगा और स्टार्ट-अप की वृद्धि के
लिए समावेशी पारिस्थितिकी तंत्र में योगदान देगा
-ग्रोथ को बढ़ाने के लिए कारोबारी वातावरण में सुधार होने तथा राजकोषीय
नीति के समेकित होने के समय निजी निवेश में पुनर्जीवन की विशेष भूमिका है।
-स्थिर अवस्फीति, अनुकूल चालू खाता घाटा और राजकोषीय निष्कपटता के प्रति
वचनबद्धता के कारण भारतीय अर्थव्यस्था को वर्तमान में स्थिरता की किरण के रूप
में देखा जा रहा है
-आगामी केंद्रीय बज़ट में संरचनात्मक सुधार जो खर्च को नियंत्रित करते हुए वृद्धि
को बढ़ावा देगा, से वृद्धि में सहायता देने के लिए मौद्रिक नीति में और गुंजाइश प्रदान
करेगा और यह भी सुनिश्चित करेगा कि वर्ष 2016-17 के अंत तक मुद्रास्फीति 5%
के अनुमानित पथ पर बनी रहे।
-देश में रबी की बुआई के स्‍तर में पिछले वर्ष की समान अवधि और पाँच वर्ष के औसत
स्‍तर की तुलना में मामूली गिरावट आई। ग्रामीण आय दुग्‍ध और बागवानी जैसे संबद्ध
कार्यकलापों, जो जीडीपी में खाद्यान्‍न के रूप में सर्वाधिक योगदान करते हैं, पर निर्भरता
बनी रहेगी।


((रिजर्व बैंक ने ब्याज दर स्थिर रखा
http://beyourmoneymanager.blogspot.in/2016/02/blog-post_17.html

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