खुशहाल जिंदगी जीने
का बेहतर जरिया है फाइनेंशियल प्लानिंग। फाइनेंशियल प्लानिंग आपकी जिंदगी की
रफ्तार को कम नहीं होगी। आप एक दिन, एक हफ्ते या एक महीने से लेकर रिटायरमेंट तक
की प्लानिंग कर सकते हैं। फाइनेंशियल प्लानिंग करना कोई मुश्किल काम नहीं है। महज
तीन कदमों में अपनी पूरी फाइनेंशियल प्लानिंग कर सकते हैं। आइए, जानते हैं पहाड़
सा लगने वाला ये काम चुटकियों में कैसे है संभव है...
-पहला कदम: सबसे पहले एक लिस्ट बनाइए जिसमें आप अपना शॉर्ट,
मीडियम और लॉन्ग टर्म का लक्ष्य, उसे पाने की समय सीमा और उसकी भविष्य की संभावित
लागत शामिल करें। भविष्य की लागत कैलकुलेट करते समय महंगाई दर को कभी नजरअंदाज मत
करें। याद रखें स्वास्थ्य, शिक्षा महंगाई दर सबसे ज्यादा रहती है। मसलन,
लक्ष्य
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कितने समय में
हासिल करना है
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भविष्य की लागत
(रुपए में)
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अपनी शादी करना
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3 साल
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10 लाख
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घर खरीदना
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5 साल
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35 लाख
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विदेश घूमना
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7 साल
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15 लाख
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बच्चों को
पढ़ाना-लिखाना
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बच्चों की शादी
करना
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रिटायरमेंट फंड
बनाना
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गाड़ी खरीदना
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2- दूसरा कदम-अपनी मौजूदा फाइनेंशियल स्थिति की जांच-परख कर लें।
मसलन, आपके पास कितनी संपत्ति है, आप पर कितना कर्ज है। एक लिस्ट बनाकर आप इसे
आसानी से पता कर सकते हैं।
संपत्ति (एसेट)
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मौजूदा वल्यू
(रुपए में)
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कर्ज
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बकाया (रुपए में)
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रियल इस्टेट
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पर्सनल लोन
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बैंक में कैश
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होम लोन
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सोना-चांदी
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कार लोन
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FD, बॉन्ड
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बिजनेस लोन
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शेयर, म्युचुअल
फंड
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बाइक लोन
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EPF, PPF, NPS
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फर्निचर लोन
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लाइफ इंश्योरेंस
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टॉप अप होम लोन
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अन्य
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अन्य लोन
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कुल एसेट
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कुल लोन
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इस तरह आपकी संपत्ति और आपके बकाए का अंतर आपका मौजूदा नेटवर्थ
बताएगा।
-तीसरा कदम-आपका तीसरा कदम सबसे महत्वपूर्व है। अब आपको पैसे बचाने और
उसे सही जगह पर निवेश करने का इंतजाम करना है ताकि है आप अपने लक्ष्य हासिल कर
सकें। अगर आपके पास निवेश के लिए अतिरिक्त पैसे नहीं होंगे तो लक्ष्य हासिल करना
मुश्किल होगा। निवेश के लिए अतिरिक्त पैसे नहीं होने की स्थिति में आपको या तो
अपने खर्च कम करने होंगे या फिर अतिरिक्त कमाई का जरिया ढूंढना होगा।
निवेश के लिए अतिरिक्त पैसे की स्थिति पता करना काफी आसान है। मासिक कमाई और खर्च के आधार पर आप इसका पता कर
सकते हैं। इसके लिए आप मासिक कमाई और मासिक खर्च की लिस्ट बना लें, तो काम आसान हो
जाएगा। मसलन,
कुल सालाना कमाई
(रुपए में)
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कुल सालाना खर्च
(रुपए में)
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सैलरी-------
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किचेन
आइटम....... घर का किराया........
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किराया-----
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स्कूल
फी......... बिजली, टेलिफोन बिल
बगैरह.......
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बैंक
इंटरेस्ट......
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ट्रांसपोर्ट.......
मेडिकल खर्च.....फर्निशिंग.......
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डिविडेंड....
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कपड़ा............
इंश्योरेंस प्रीमियम......कार मेनटेनेंस.....
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शेयर, म्युचुअल
फंड से कमाई ....
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लोन EMI…नौकर-मेड को सैलरी....मनोरंजन......
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अन्य.....
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अन्य खर्च.....
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इस लिस्ट से आप ये पता कर सकते हैं कि बचत कितनी हो रही है। तब निवेश
करना आसान हो जाएगा। फाइनेंशियल प्लानिंग का लक्ष्य हासिल करने के लिए निवेश जरूरी
है।
तो, देखा आपने फाइनेंशियल प्लानिंग करना कितना आसान है। आपने अब तक
फाइनेंशियल प्लानिंग नहीं किया है तो अब जरूर कर लें।
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